
PM मोदी और ट्रंप की लड़ाई कराने की कोशिश में थे नवारो; टैरिफ तनाव पर पूर्व अमेरिकी NSA का दावा
संक्षेप: Donald Trump: अमेरिका के पूर्व NSA जॉन बोल्टन ने कहा है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की एक बैठक के दौरान पीटर नवारो दोनों की लड़ाई कराने की कोशिश में थे। उन्होंने कहा कि वह लगातार व्यापारिक नीतियों पर बात करवाना चाहते थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में एनएसए का पद संभालने वाले जॉन बोल्टन ने दावा किया है कि पीटर नवारो ने राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के बीच में लड़ाई करवाने की कोशिश की थी। वर्तमान में ट्रंप के व्यापारिक सलाहकार पीटर नवारो लगातार भारत के खिलाफ जहर उगलते नजर आते हैं। बोल्टन ने पीटर की बयान बाजी को नजर अंदाज करने की सलाह देते हुए कहा कि भारत को सोशल मीडिया की धमकियों और शोरगुल से दूर रहकर कड़ी मेहतन करते हुए व्यापारिक वार्ता के जरिए यह देख सकता है कि दोनों देश किस समझौते पर पहुंच सकते हैं।

एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में पूर्व अमेरिकी एनएसए ने वाइट हाउस के वर्तमान ट्रेड एडवायजर पीटर नवारो को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा, "पीटर को अगर एक कमरे में बंद कर दिया जाए और एक घंटे बाद देखा जाए, तो वह अपने आप से ही बहस कर रहे होंगे।" पीएम मोदी और ट्रंप के बीच हुई एक बैठक को लेकर बात करते हुए बोल्टन ने कहा कि नवारो भी वहां पर मौजूद थे। उस समय पर भी वह व्यापारिक मुद्दों को लेकर दोनों नेताओं के बीच में बहस करवाना चाहते थे। बोल्टन से जब इस मीटिंग के बारे में और पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप वहां के साथ वहां पर मैं और नवारो भी मौजूद थे। मैं चाहता था कि असली मुद्दों जैसे की चीन, वैश्विक रूप से बड़े खतरों और नीति पर चर्चा हो....लेकिन नवारो व्यापारिक नीतियों पर ही बात करना और करवाना चाहते थे, जो कि उन्हें लगता था कि निष्पक्ष नहीं थी।"
बोल्टन ने कहा,"देखो, मैंने हमेशा ही ऐसा देखा है कि व्यापारी नीतियों को लेकर शिकायत करते ही हैं, क्योंकि यह काम ही ऐसा है। अमेरिका और भारत के बीच में व्यापार बिना किसी संदेह के बहुत महत्वपूर्ण हैं। मैं व्यापार को कम करके नहीं आंक रहा हूं। यह दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं में बहुत बड़ा अंतर लाता है, लेकिन इस सदी की बाकी समस्याएं जो कि अमेरिका और भारत के अस्तित्व से जुड़ीं है वह भी बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न हैं।"
अमेरिका के पूर्व एनएसए ने कहा, "दोनों देशों को और उनके लोगों को यह समझना होगा कि बड़ी तस्वीर कठोर रणनीतिक वास्तविकता है, न कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा की गई अजीब हरकतें। इसलिए हमें इन पर ध्यान देना होगा। मुझे लगता है अगर हम इन पर ध्यान दें तो वाशिंगटन और नई दिल्ली दोनों के लिए आगे की राह आसान हो जाएगी।"
आपको बता दें भारत और अमेरिका के बीच शुरू हुए टैरिफ तनाव के बीच पीटर नवारो भारत के कटु आलोचक रहे हैं। उन्होंने भारत को टैरिफ का महाराजा कहकर इसकी शुरुआत की और फिर भारत को यूक्रेन युद्ध के लिए भी जिम्मेदार बता दिया। हालांकि शुरुआत में भारत सरकार की तरफ से नवारो के इन बयानों का जवाब दिया गया, लेकिन बाद में नवारो के सोशल मीडिया हैंडल पर ही लोगों ने इसका जवाब देना और अमेरिका के अलग-अलग व्यवहार की आलोचना करना शुरू कर दिया। इसके बाद भी नवारो ने भारत के खिलाफ जहर उगलना जारी रखा है।

लेखक के बारे में
Upendra Thapakलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




