पाकिस्तानी सैनिकों की गोलियां हुईं खत्म, फिर बंधक भी बनाए गए; जाफर एक्सप्रेस के यात्री बोले
- लेफ्टिनेंट जनरल शरीफ ने कहा, 'सशस्त्र बलों ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया और सभी यात्रियों को सुरक्षित छुड़ाकर आज (बुधवार) शाम को अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया।'

पाकिस्तानी सेना ने कह दिया है कि जाफर एक्सप्रेस में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है। दावा किया जा रहा है कि सभी बंधकों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इससे पहले खबरें आई थीं कि कुछ बंधकों को आतंकवादियों ने मार दिया है। आशंका अब भी जताई जा रही है कि कुछ बंधक अब भी आतंकियों के पास हो सकते हैं। हाईजैक हुई इस ट्रेन के यात्रियों ने अब खुलकर पूरी घटना का आंखों देखा हाल बताया है।
बीबीसी उर्दू से बातचीत में एक बुजुर्ग बताते हैं कि अचानक धमाके के बाद गोलीबारी शुरू हो गई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। उन्होंने कहा, 'हमला करने वालों ने लोगों नीचे उतरने के लिए कहा और कहा कि नहीं उतरे तो मारे जाओगे। उन लोगों ने महिला और बुजुर्गों को अलग किया। हम किसी तरह वहां से भागने में सफल रहे और कुछ देर बाद एक सुरक्षित स्थान पर पहुंचे।'
गोलियां हो गई थीं खत्म
ट्रेन में ही मौजूद एक अधिकारी ने चैनल को बताया कि हमलावरों ने लोगों को समूह में बांट दिया था और सेना के लोगों के हाथ बांध दिए थे। उन्होंने बताया कि शुरुआत में सेना ने गोलियां चलाईं, लेकिन गोलियां जब खत्म हो गईं तो उन्हें बंधक बना लिया गया।
ID देख रहे थे हमलावर
महबूब हुसैन नाम के एक अन्य यात्री ने बीबीसी को बताया, 'ट्रेन पर हमला करने वाले सिंधी, पंजाबी, बलूची और पश्तून यात्रियों को अलग कर रहे थे। बाद में सेना और सुरक्षा बलों के लोगों को अलग किया। वो सेना के लोगों के पहचान पत्र देखकर उन्हें गोली मार रहे थे।' उन्होंने बताया कि कैसे उनके सामने ही पांच बेटियों के पिता को गोली मार दी गई थी।
रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने कहा था कि हमलावर लोगों से जाती पूछ रहे थे और अलग-अलग समूह बना रहे थे। पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि हमला करने वाले कह रहे थे, 'हमने सरकार के सामने मांगें रखी हैं और अगर पूरी नहीं हुईं, तो किसी को नहीं छोड़ेंगे।' उन्होंने बताया, 'एक समय में उन्होंने का कि वर्दी वालों को भी मार डालों।' फिर हमने कहा, 'हम बलूच हैं।'
ऑपरेशन सफल होने का दावा
पाकिस्तानी अखबार द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, ISPR यानी इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल एहमद शरीफ चौधरी और सूचना मंत्री अत्ता तरार ने ऑपरेशन पूरा होने और सभी बंधकों को बचाने की घोषणा की थी। शरीफ ने कहा कि सभी बचे हुए यात्रियों को बचा लिया गया है और 33 आतंकवादियों को मार गिराया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि ट्रेन में करीब 440 यात्री थे, लेकिन कितने यात्रियों को बचाया गया है, इसका आंकड़ा स्पष्ट नहीं किया। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार शाम पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने आशंका जताई है कि अब भी कुछ लोग चरमपंथियों के पास हो सकते हैं।
पीटीआई भाषा के अनुसार, ट्रेन पर कब्जा करके बंधक बनाए गए 21 यात्रियों और अर्धसैनिक बलों के चार जवानों की हत्या कर दी। पाकिस्तान सेना के एक जनरल ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने टीवी चैनल ‘दुनिया न्यूज’ को बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया।
लेफ्टिनेंट जनरल शरीफ ने कहा, 'सशस्त्र बलों ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया और सभी यात्रियों को सुरक्षित छुड़ाकर आज (बुधवार) शाम को अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया।'
उन्होंने बताया कि मंगलवार को ट्रेन पर हमला करके विद्रोहियों ने 21 यात्रियों को मार डाला। उन्होंने बताया कि इस घटना में अर्धसैनिक बल फ्रंटियर कोर के चार जवान भी मारे गए।
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