Hindi Newsविदेश न्यूज़Over 150000 US federal workers to resign this week largest exodus in US history what is Donald Trump Buyout program
1.5 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारी एक साथ देंगे इस्तीफा, क्या है डोनाल्ड ट्रंप की 'बायआउट’ नीति?

1.5 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारी एक साथ देंगे इस्तीफा, क्या है डोनाल्ड ट्रंप की 'बायआउट’ नीति?

संक्षेप: अमेरिका में इस सप्ताह करीब डेढ़ लाख फेडरल कर्मचारी एक साथ इस्तीफा देने जा रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले सरकारी दक्षता विभाग का गठन किया था और वे सरकारी खर्चे में कटौती करने की कोशिश कर रहे हैं।

Tue, 30 Sep 2025 08:53 PMJagriti Kumari लाइव हिन्दुस्तान
share Share
Follow Us on

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संघीय कर्मचारियों की संख्या कम करने की मुहिम के तहत, इस सप्ताह लगभग 1,50,000 से अधिक संघीय कर्मचारी अमेरिकी सरकार के पेरोल से बाहर हो जाएंगे। इसे अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा इस्तीफा बताया जा रहा है। बता दें कि इन कर्मचारियों पर ट्रंप के 'बायआउट' (Buyouts) ऑफर को स्वीकार करने का दबाव बनाया गया था।

डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले सरकारी खर्चों में कटौती के लिए टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के साथ मिलकर सरकारी दक्षता विभाग का भी गठन किया था। खबरों के मुताबिक जिन कर्मचारियों ने ट्रंप प्रशासन के स्थगित निकास कार्यक्रम (Deferred Exit Program) को चुना था, उनका आधिकारिक इस्तीफा मंगलवार से शुरू हो जाएगा। इस प्रोग्राम के तहत उन्हें सितंबर तक सरकारी पेरोल पर रखा गया था।

डोनाल्ड ट्रंप की बायआउट नीति

ट्रंप की बायआउट नीति के तहत प्रशासन सरकारी कर्मचारियों को स्वेच्छा से इस्तीफा देने के बदले में एक निश्चित राशि (लगभग आठ महीने का वेतन और लाभ) की पेशकश करता है। कर्मचारियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर इस्तीफा देने पर सहमत होना होता है, जिसके बाद उन्हें कुछ महीनों के लिए भुगतान सहित प्रशासनिक छुट्टी पर रखा जाता है। ये बायआउट्स डोनाल्ड ट्रंप की संघीय कर्मचारियों की संख्या को कम करने की मुहिम का एक प्रमुख हिस्सा हैं, जिसमें प्रस्ताव को ठुकराने वालों को बर्खास्तगी की धमकी भी दी गई थी।

कार्यबल में 12.5 फीसदी की कमी

ट्रंप सरकार के मानव संसाधन (HR) कार्यालय के अनुसार इससे पहले कई कर्मचारी महीनों पहले अपनी एजेंसियों को छोड़ चुके थे और तब से पेड लीव पर थे। मानव संसाधन प्रमुख ने पिछले महीने बताया था कि बायआउट, नौकरी से निकाले जाने (फायरिंग) और कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए किए गए अन्य उपायों को मिलाकर, ट्रंप प्रशासन इस साल के अंत तक लगभग 3 लाख कर्मचारियों को खो सकता है। इसका मतलब यह होगा कि जनवरी 2025 में ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद से संघीय कार्यबल में 12.5 फीसदी की कमी आएगी।

ये भी पढ़ें:भारत मुनाफाखोर, पाक उसे बेचेगा तेल; जब टीम ट्रंप खुलकर करती रही देश का अपमान
ये भी पढ़ें:ट्रंप का दिया दर्द कनाडा करेगा दूर; H-1B वीजा पर PM कार्नी का बड़ा ऐलान क्या?

बायआउट का प्रभाव: 'ब्रेन ड्रेन' का खतरा

जानकारों का कहना है कि ट्रंप इस कदम से अमेरिका के लिए ही मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के प्रोफेसर डॉन मोयनिहान ने कहा कि इस इस्तीफे का सबसे बड़ा प्रभाव कई अनुभवी संघीय कर्मचारियों के 'ब्रेन ड्रेन' के रूप में होगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभा के ऐसे नुकसान की भरपाई करना बेहद मुश्किल होगा। मोयनिहान ने कहा, "सरकारी कार्यक्रमों को चलाने के लिए गहन ज्ञान और विशेषज्ञता विकसित करने में सालों लग जाते हैं। अब हम यह सबकुछ एक साथ खो रहे हैं।।"

Jagriti Kumari

लेखक के बारे में

Jagriti Kumari
जागृति ने 2024 में हिंदुस्तान टाइम्स डिजिटल सर्विसेज के साथ अपने करियर की शुरुआत की है। संत जेवियर कॉलेज रांची से जर्नलिज्म में ग्रैजुएशन करने बाद, 2023-24 में उन्होंने भारतीय जन संचार संस्थान नई दिल्ली से हिंदी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा हासिल किया। खबरें लिखने के साथ साथ ग्राउंड रिपोर्टिंग का शौक है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय संबंध, खेल और अर्थव्यवस्था की खबरों को पढ़ना पसंद है। मूल रूप से रांची, झारखंड की जागृति को खाली समय में सिनेमा देखना और सिनेमा के बारे में पढ़ना पसंद है। और पढ़ें

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।