
1.5 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारी एक साथ देंगे इस्तीफा, क्या है डोनाल्ड ट्रंप की 'बायआउट’ नीति?
संक्षेप: अमेरिका में इस सप्ताह करीब डेढ़ लाख फेडरल कर्मचारी एक साथ इस्तीफा देने जा रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले सरकारी दक्षता विभाग का गठन किया था और वे सरकारी खर्चे में कटौती करने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की संघीय कर्मचारियों की संख्या कम करने की मुहिम के तहत, इस सप्ताह लगभग 1,50,000 से अधिक संघीय कर्मचारी अमेरिकी सरकार के पेरोल से बाहर हो जाएंगे। इसे अमेरिका के इतिहास में सबसे बड़ा इस्तीफा बताया जा रहा है। बता दें कि इन कर्मचारियों पर ट्रंप के 'बायआउट' (Buyouts) ऑफर को स्वीकार करने का दबाव बनाया गया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले सरकारी खर्चों में कटौती के लिए टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के साथ मिलकर सरकारी दक्षता विभाग का भी गठन किया था। खबरों के मुताबिक जिन कर्मचारियों ने ट्रंप प्रशासन के स्थगित निकास कार्यक्रम (Deferred Exit Program) को चुना था, उनका आधिकारिक इस्तीफा मंगलवार से शुरू हो जाएगा। इस प्रोग्राम के तहत उन्हें सितंबर तक सरकारी पेरोल पर रखा गया था।
डोनाल्ड ट्रंप की बायआउट नीति
ट्रंप की बायआउट नीति के तहत प्रशासन सरकारी कर्मचारियों को स्वेच्छा से इस्तीफा देने के बदले में एक निश्चित राशि (लगभग आठ महीने का वेतन और लाभ) की पेशकश करता है। कर्मचारियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर इस्तीफा देने पर सहमत होना होता है, जिसके बाद उन्हें कुछ महीनों के लिए भुगतान सहित प्रशासनिक छुट्टी पर रखा जाता है। ये बायआउट्स डोनाल्ड ट्रंप की संघीय कर्मचारियों की संख्या को कम करने की मुहिम का एक प्रमुख हिस्सा हैं, जिसमें प्रस्ताव को ठुकराने वालों को बर्खास्तगी की धमकी भी दी गई थी।
कार्यबल में 12.5 फीसदी की कमी
ट्रंप सरकार के मानव संसाधन (HR) कार्यालय के अनुसार इससे पहले कई कर्मचारी महीनों पहले अपनी एजेंसियों को छोड़ चुके थे और तब से पेड लीव पर थे। मानव संसाधन प्रमुख ने पिछले महीने बताया था कि बायआउट, नौकरी से निकाले जाने (फायरिंग) और कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए किए गए अन्य उपायों को मिलाकर, ट्रंप प्रशासन इस साल के अंत तक लगभग 3 लाख कर्मचारियों को खो सकता है। इसका मतलब यह होगा कि जनवरी 2025 में ट्रंप के दोबारा सत्ता में आने के बाद से संघीय कार्यबल में 12.5 फीसदी की कमी आएगी।
बायआउट का प्रभाव: 'ब्रेन ड्रेन' का खतरा
जानकारों का कहना है कि ट्रंप इस कदम से अमेरिका के लिए ही मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन के प्रोफेसर डॉन मोयनिहान ने कहा कि इस इस्तीफे का सबसे बड़ा प्रभाव कई अनुभवी संघीय कर्मचारियों के 'ब्रेन ड्रेन' के रूप में होगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभा के ऐसे नुकसान की भरपाई करना बेहद मुश्किल होगा। मोयनिहान ने कहा, "सरकारी कार्यक्रमों को चलाने के लिए गहन ज्ञान और विशेषज्ञता विकसित करने में सालों लग जाते हैं। अब हम यह सबकुछ एक साथ खो रहे हैं।।"

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