Hindi Newsविदेश न्यूज़it is injustice to muslims ummah what did the Taliban say on Kashmir that upset Pakistan
बड़ी नाइंसाफी हो रही है, कश्मीर पर तालिबान ने ऐसा क्या कहा कि परेशान हो गया पाकिस्तान?

बड़ी नाइंसाफी हो रही है, कश्मीर पर तालिबान ने ऐसा क्या कहा कि परेशान हो गया पाकिस्तान?

संक्षेप: अफगानिस्ताान के विदेश मंत्री के कश्मीर पर बयान देने केबाद पाकिस्तान परेशान हो गया है। पाकिस्तान ने अफगान राजदूत को तलब किया और कहा कि तालिबान मुस्लिमों के साथ ही नाइंसाफी कर रहा है।

Mon, 13 Oct 2025 07:34 AMAnkit Ojha लाइव हिन्दुस्तान
share Share
Follow Us on

भारत और अफगानिस्तान के संयुक्त बयान में कश्मीर का जिक्र होने के बाद पाकिस्तान भड़क गया है। वहीं उसकी परेशानी भी साफ नजर आ रही है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में तनावपूर्ण संबंधों के बीच भारत आए तालिबानी विदेश मंत्री ने कहा कि वह कश्मीर में भारत की संप्रभुता का समर्थन करते हैं। बता दें कि हाल ही में अफगानिस्तान में एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनाव बना हुआ है।

LiveHindustan को अपना पसंदीदा Google न्यूज़ सोर्स बनाएं – यहां क्लिक करें।

विदेश मंत्री एस जयशंकर और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के बीच बातचीत के बाद संयुक्त बयान जारी किया गया है। पाकिस्तान ने कहा है कि अफगानिस्तान ने भारत जाकर इस तरह का बयान देकर UNSC के रेज्यूलूशन का उल्लंघन किया है। वहीं भारत के लिए अफगानिस्तान इसलिए भी बेहद अहम है क्योंकि पीओके के साथ अफगानिस्तान की लगभग 106 किलोमीटर की सीमा लगती है।

पाकिस्तान ने अफगान राजदूत को किया तलब

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी अफगानिस्तान के लोगों के बारे में हमेशा ही अच्छा सोचता रहा है। ऐसे में भारत को अफगानिस्तान की प्रगति और विकास में काफी रुचि है। वहीं दोनों देशों के संयुक्त बयान पर भड़कते हुए इस्लामाबाद ने अफगान राजदूत को तलब किया है। पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने तालिबान पर कश्मीरी लोगों पर कथित अत्याचार के समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तालिबान इतिहास और मुस्लिमों की एकजुटता पर अन्याय कर रहा है।

वहीं पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव को लेकर अफगान विदेश मंत्री ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि पाकिस्तान के कुछ लोग समस्या पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान शांति नहीं चाहता तो अफगानिस्तान के पास और भी रास्ते हैं। उन्होंने कहा कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की जड़ें अब अफगानिस्तान में नहीं बची हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के लोग नहीं चाहते कि अफगानिस्तान के साथ संबंध खराब हों। बता दें कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर गोलीबारी में कम से कम 58 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया गया है। वहीं अफगानिस्तान के भी सैनिक इस गोलीबारी में मारे गए हैं।

मुत्ताकी ने कहा, पिछली रात हमने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया। इसके बाद कतर, सऊदी अरब की बात मानते हुए युद्धविराम कर दिया गया। उन्होंने कहा, सीमा पर अब हालात सामान्य हैं। हम पाकिस्तान से भी अच्छे संबंध और शांति चाहते हैं। अगर पाकिस्तान ऐसा नहीं चाहता तो तालिबान के पास रास्ते और भी हैं। उन्होंने कहा कि 2400 किलोमीटर की सीमा पर ना तो अंग्रेज नियंत्रण कर पाए और ना ही चंगेज। पाकिस्तान के पास ज्यादा सेना और खुफिया तंत्र है तो फिर वे सीमा पर हिंसा को क्यों नहीं रोक लेते। हम पर आरोप लगाने की जगह उन्हें अपनी धरती पर पल रहे आतंकियों पर लगाम लगानी चाहिए।

Ankit Ojha

लेखक के बारे में

Ankit Ojha
अंकित ओझा पिछले 8 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। अंकित ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया से स्नातक के बाद IIMC नई दिल्ली से हिंदी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया है। इसके बाद कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की है। राजनीति, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय डेस्क पर कार्य करने का उनके पास अनुभव है। इसके अलावा बिजनेस और अन्य क्षेत्रों की भी समझ रखते हैं। हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही पंजाबी और उर्दू का भी ज्ञान है। डिजिटल के साथ ही रेडियो और टीवी के लिए भी काम कर चुके हैं। और पढ़ें

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।