भीषण जंग के बीच ईरान ने मानी भारत की बात, 10 हजार भारतीयों को बाहर निकालने की दी इजाजत
इजरायल के साथ चल रही भीषण जंग के बीच ईरान ने भारत सरकार की अपील को मानते हुए भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने की इजाजत दे दी है। ईरान का हवाई स्पेस बंद होने के बाद इन नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं।
मिडिल ईस्ट के दो बड़े देशों के बीच भीषण जंग छिड़ चुकी है। पिछले सप्ताह से बढ़े तनाव के बाद ईरान और इजरायल एक-दूसरे पर लगातार मिसाइलें दाग रहे हैं। इस बीच ईरान में इजरायली हमलों के बाद स्थिति गंभीर हो गई है। खबरों के मुताबिक ईरान में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। तनाव चरम पर पहुंचने के बाद ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं शुरू हो गई थीं। वहीं ईरान ने अपनी हवाई सीमा को भी बंद कर दिया है, जिससे भारतीयों की मुसीबत और बढ़ गई। हालांकि ईरान ने भारत सरकार की अपील मानते हुए बड़ा फैसला किया है।
ईरान ने सोमवार को भारत के अनुरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए ईरान में फंसे कम से कम 10,000 नागरिकों को निकालने के लिए सुरक्षित रास्ता देने की घोषणा की है। भारत के अनुरोध का जवाब देते हुए ईरान ने कहा कि फिलहाल देश में हवाई क्षेत्र बंद है, इसलिए छात्र अजरबैजान, तुर्कमेनिस्तान और अफगानिस्तान के रास्ते अपने वतन लौट सकते हैं।
इससे पहले ईरान में भारतीय दूतावास ने रविवार को जानकारी दी थी कि वह स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है। दूतावास ईरान में मौजूद छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ लगातार संपर्क में है। भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, “कुछ मामलों में दूतावास की मदद से छात्रों को ईरान के भीतर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। अन्य संभावित विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है।”
वहीं ईरान की तरफ से मिली मंजूरी के बाद भारत जल्द ही भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अभियान शुरू कर सकता है। इस बीच, कल रात तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए बने एक छात्रावास के पास एक हमला हुआ है। इन हमलों में कश्मीर के रहने वाले दो भारतीय छात्र घायल हो गए। हालांकि उनकी हालत फिलहाल ठीक बताई जा रही है।
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