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हमास ने इजरायल से दो आतंकी कमांडरों के शव भी मांगे, डील में क्या-क्या शामिल

हमास ने इजरायल से दो आतंकी कमांडरों के शव भी मांगे, डील में क्या-क्या शामिल

संक्षेप: हमास का कहना है कि इजरायल उसके दो कमांडरों के शव सौंपे, जिन्हें उसने अपने ऑपरेशन में मार डाला था। ये आतंकी हैं याह्या और मोहम्मद सिनवार। इसके अलावा हमास ने इजरायल में कैद कई फिलिस्तीनियों के अलावा कुछ और आतंकियों को रिहा करने की भी डिमांड रखी है।

Wed, 8 Oct 2025 01:07 PMSurya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, तेल अवीव
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गाजा में जंग रोकने के लिए इजरायल और हमास के बीच सीजफायर को लेकर चर्चा चल रही है। अमेरिका की मध्यस्थता में मिस्र और कतर भी सीजफायर के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस बीच गाजा में सक्रिय रहे आतंकी संगठन हमास ने इजरायल से बड़ी डिमांड की है। हमास का कहना है कि इजरायल उसके दो कमांडरों के शव सौंपे, जिन्हें उसने अपने ऑपरेशन में मार डाला था। ये आतंकी हैं याह्या और मोहम्मद सिनवार। इसके अलावा हमास ने इजरायल में कैद कई फिलिस्तीनियों के अलावा कुछ और आतंकियों को रिहा करने की भी डिमांड रखी है। हालांकि अब तक इजरायल की ओर से इन मांगों को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है।

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रस्ताव के तहत हमास की ओर से इजरायल के 48 कैदियों को रिहा किया जाएगा। इनमें से 20 ही लोग जिंदा हैं। इसके अलावा बाकी लोगों के शव लौटाए जाएंगे। इसके अलावा इजरायल की ओर से बदले 250 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा, जिनमें से ज्यादातर को उम्रकैद की सजा मिली है। बता दें कि 7 अक्तूबर 2023 को हमास की ओर से किए गए हमले के बाद से अब तक इजरायल ने गाजा से 1700 लोगों को हिरासत में लिया है। इसके अलावा 60 हजार से ज्यादा लोगों की गाजा में इजरायली हमलों में मौत हुई है। इजरायल की कैद में गाजा के 15 लोगों की भी मौत हो चुकी है।

बता दें कि मंगलवार को ही हमास की ओर से इजरायल पर किए गए हमले के दो साल पूरे हुए हैं। इस मौके पर दुनिया के कई देशों में फिलिस्तीन समर्थकों ने इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किए हैं। सिडनी, लंदन, पेरिस, जिनेवा, एथेंस, इस्तांबुल, टोक्यो, जकार्ता और स्टॉकहोम जैसे दुनिया के बड़े-बड़े शहरों में प्रदर्शन हुए हैं। इन आयोजनों में इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन हुए और नारेबाजी की गई। वहीं इजरायल की ओर से कहा जा रहा है कि जिस दिन इजरायल पर हमला हुआ था, उसकी बरसी में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करना गलत है।

Surya Prakash

लेखक के बारे में

Surya Prakash
दुनियादारी में रुचि पत्रकारिता की ओर खींच लाई। समकालीन राजनीति पर लिखने के अलावा सामरिक मामलों, रणनीतिक संचार और सभ्यतागत प्रश्नों के अध्ययन में रुचि रखते हैं। करियर की शुरुआत प्रिंट माध्यम से करते हुए बीते करीब एक दशक से डिजिटल मीडिया में हैं। फिलहाल लाइव हिन्दुस्तान में नेशनल, इंटरनेशनल डेस्क के इंचार्ज हैं। और पढ़ें

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