ओसामा को US ने मार दिया, बीवियों का क्या हुआ? पाक के पूर्व राष्ट्रपति के साथी ने बताया
Osama bin Laden wives: पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति जरदारी के सलाहकार ने बताया कि सीआईए के एजेंट्स बिना किसी झिझक के पाकिस्तानी आर्मी कैंप में पहुंच गए और उन महिलाओं से पूछताछ करने लगे। यह पाकिस्तान की संप्रभुता पर सवाल था।

अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले की बरसी और फिर इजरायल द्वारा संयुक्त राष्ट्र में ओसामा का नाम लिए जाने के बाद एक बार फिर से उस खतरनाक आतंकी की यादें ताजा हो गई हैं, जिसने दुनिया को सहमा कर रखा था। हालांकि बाद में अमेरिका की एक सैन्य टुकड़ी ने 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद के एक घर में घुस कर ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतार दिया था। पूरी दुनिया में यह घटना एक साहसिक सैन्य अभियान के तौर पर जानी जाती है। 40 मिनट तक चले इस ऑपरेशन में अमेरिकी सील कमांडोज ने अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन का खात्मा कर दिया था। भारत, जिस बात को दशकों से दुनिया के सामने रखने की कोशिश कर रहा था,एक ऑपरेशन ने उस बात पर अपनी मुहर लगा दी।
इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तानी सेना के ऊपर दुनिया भर से सवाल उठाए गए कि इतना खूंखार आतंकवादी उनके सैन्य ठिकाने के इतने नजदीक बिना किसी परेशानी के आखिर कैसे रह रहा था। हालांकि दुनिया पाकिस्तान की हकीकत को जानती है। इसलिए सवाल-जवाब के बाद यह मामला ठंडा पड़ गया। लेकिन इसके बाद भी यह सवाल सभी के मन में हैं कि अमेरिका ने ओसामा की तो हत्या कर दी थी, फिर उसके साथ मौजूद उसकी बीवियां और उसके बच्चों का क्या हुआ। अब इसका जवाब पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पूर्व प्रवक्ता फरहतुल्लाह बाबर ने अपनी किताब में दिया है।
'द जरदारी प्रेसीडेंसी; नाउ इट मस्ट बी टोल्ड' नामक किताब में बाबर ने बताया, ओसामा की हत्या के तुरंत बाद ही पाकिस्तानी सेना वहां पहुंची और उन्होंने ओसामा की पत्नियों को हिरासत में ले लिया। लेकिन कुछ समय के बाद ही सीआईए की एक टीम सीधे पाकिस्तानी सेना के एबटाबाद छावनी में पहुंच गई। अमेरिकी एजेंट्स बिना किसी झिझक के उन महिलाओं से पूछताछ कर रहे थे। इस घटना ने पाकिस्तान की संप्रभुता के समक्ष एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया।
बाबर ने लिखा कि इस घटना की वजह से देश को राष्ट्रीय अपमान का सामना करना पड़ा। बकौल बाबर, एक ओर जहां अमेरिका के एजेंट पाकिस्तान में खुले तौर पर काम कर रहे थे, वहीं पाकिस्तानी सेना और सरकार उनके सामने झुकते हुए नजर आ रहे थे। यह घटना पाकिस्तान के लिए विफलता और शर्मिंदगी से भरी हुई थी। लेकिन जो हमारे यहां मिला था उसके बाद कुछ किया भी नहीं जा सकता था। बाबर ने दावा किया कि सबसे शर्मिंदगी वाला खुलासा यह था कि अमेरिकी एजेंसियों को इस बात की जानकारी बहुत पहले से थी कि ओसामा वहां छिपा हुआ है। इतना ही नहीं उन्होंने उस ठेकेदार की भी जानकारी निकाल रखी थी, जिसने ओसामा के लिए वह ठिकाना बनाया था।
किताब के मुताबिक लादेन के पाकिस्तान में मिलने से पूरी दुनिया में इस्लामाबाद की थू-थू हो रही थी। इस घटना के बाद भी आम जनता के सामने अपनी संप्रभुता को दिखाने के लिए पाकिस्तान लगातार कोशिश कर रहा था। हमले के बाद तत्कालीन अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और सीनेटर जॉन कैरी समेत कई बड़ी अमेरिकी हस्तियां पाकिस्तान पहुंची। इस्लामाबाद की सरकार चाहती थी कि अमेरिका इस बात का आश्वासन दे कि वह आगे ऐसे किसी भी एकतरफा हमले की कोशिश नहीं करेगा। लेकिन अमेरिका ने ऐसा कोई वादा नहीं किया।
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