जापान में बने थे हिजबुल्लाह के विस्फोटक वॉकी-टॉकी? धांय..धांय कर फट गए, कई मरे
- लेबनान की आधिकारिक समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक बेरूत और दक्षिणी लेबनान के कई इलाकों में घरों में सौर ऊर्जा प्रणाली में विस्फोट हो गया, जिससे कम से कम एक लड़की घायल हो गई।
लेबनान में पेजर में हुए धमाकों के एक दिन बाद बुधवार को भी देश के कई हिस्सों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में विस्फोट की घटनाएं हुईं। इस बार पूरे देश में कई जगहों पर वॉकी-टॉकी में विस्फोट हुए। हिजबुल्लाह अधिकारियों ने सरकारी मीडिया को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देशभर में वॉकी-टॉकी और यहां तक सौर उपकरणों से भी लोगों को निशाना बनाया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ताजा धमाकों में कम से कम नौ लोग मारे गए और 300 अन्य घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि ये वॉकी-टॉकी जापान में बने थे।
हिजबुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किए गए वॉकी-टॉकी की तस्वीरों की जांच के बाद यह सामने आया कि इनके अंदरूनी पैनल पर “ICOM” और “Made in Japan” लिखा हुआ था। यह जानकारी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने दी है। ICOM एक जापान-आधारित रेडियो कम्युनिकेशन और टेलीफोन उपकरण बनाने वाली कंपनी है, जो अपने विभिन्न मॉडलों के लिए जानी जाती है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, ICOM ने अपने कई हैंड-हेल्ड रेडियो मॉडल्स का प्रोडक्शन बंद कर दिया है, जिनमें IC-V82 भी शामिल है। यह मॉडल 2014 में बंद कर दिया गया था और बुधवार को लेबनान में दिखे वॉकी-टॉकी से मिलता-जुलता है। फिलहाल ICOM की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।
घटनास्थल पर मौजूद एसोसिएटेड प्रेस के संवाददाताओं ने बताया कि एक दिन पहले पेजर विस्फोट से मारे गए हिजबुल्लाह के तीन सदस्यों और एक बच्चे को बेरूत में सुपुर्द ए खाक करते समय भी कई धमाके सुने गए। दक्षिणी तटीय शहर सिडोन में एपी के एक फोटोग्राफर ने धमाकों की वजह से एक कार और एक मोबाइल फोन की दुकान को क्षतिग्रस्त होते देखा। हिजबुल्लाह के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए एपी को बताया कि समूह द्वारा इस्तेमाल किए गए वॉकी-टॉकी में धमाका किया गया।
लेबनान की आधिकारिक समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक बेरूत और दक्षिणी लेबनान के कई इलाकों में घरों में सौर ऊर्जा प्रणाली में विस्फोट हो गया, जिससे कम से कम एक लड़की घायल हो गई। ये धमाके ऐसे समय हुए हैं जब मंगलवार को सिलसिलेवार देशभर में हुए पेजर धमाकों के बाद लेबनान में भ्रम और गुस्से की स्थिति है। लेबनान और सीरिया के कई हिस्सों में हिजबुल्लाह सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए गए सैकड़ों पेजर में विस्फोट होने से दो बच्चों सहित कम से कम 12 लोग मारे गए और लगभग 2,800 अन्य घायल हुए हैं।
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष के बीच इन विस्फोटों के बाद तनाव और बढ़ गया है, जिसके एक पूर्ण युद्ध में तब्दील होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बुधवार को कहा कि अमेरिका अभी भी आकलन कर रहा है कि यह हमला गाजा में इजरायल-हमास युद्ध में संघर्ष विराम के लिए बातचीत के प्रयासों को कैसे प्रभावित कर सकता है। पूरे घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि इजरायल ने एहतियातन बुधवार को लेबनान के साथ लगती अपनी सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू की है।
हिजबुल्लाह पर इजरायली हमले में इस्तेमाल पेजर हंगरी में बने थे: कंपनी
हिजबुल्लाह के कम्युनिकेशन नेटवर्क को निशाना बनाने के इरादे से संभवत: इजरायल द्वारा किए गए हमले में इस्तेमाल जिन पेजर में लेबनान और सीरिया में विस्फोट हुए, उन्हें बनाने वाली ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोलो ने बुधवार को कहा कि बुडापेस्ट में मौजूद एक अन्य कंपनी ने इन पेजर का निर्माण किया है, जिसे उन्होंने पेजर पर अपने अधिकृत ब्रांड के इस्तेमाल का अधिकार दिया था।
आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह द्वारा इस्तेमाल पेजर में मंगलवार को लेबनान और सीरिया में एक साथ विस्फोट हुए। इस घटना में आठ साल की एक बच्ची समेत कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और करीब 3,000 लोग घायल हो गए। हिजबुल्लाह और लेबनान की सरकार ने इस हमले के लिए इजरायल पर आरोप लगाया है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह एक रिमोट हमला था।
पेजर में कम मात्रा में विस्फोटक छिपाकर रखा गया था और फिर उसमें विस्फोट किया गया था। गोल्ड अपोलो द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, एआर-924 पेजर का निर्माण बीएसी कंसल्टिंग केएफटी ने किया था जो हंगरी की राजधानी में स्थित है।
(इनपुट एजेंसी)
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