बहादुर बच्चों ने असंभव को संभव बना दिया, जेल से छूटते ही गरजीं पूर्व PM खालिदा जिया; नया पासपोर्ट भी मिला
- राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया था।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया जेल से रिहा हो गई हैं। खालिदा कई मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से घर में नजरबंद थीं। रिहाई होते ही उन्होंने सबसे पहले बांग्लादेश के प्रदर्शनकारियों को 'बहादुर' बताते हुए धन्यवाद कहा। खालिदा जिया ने कहा कि 'बहादुर बच्चों ने असंभव को संभव बना दिया।' बता दें कि बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद से शेख हसीना का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने का भी आदेश दिया था।
जेल से रिहा होने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में, खालिदा जिया ने अपने देशवासियों से "एक ऐसा लोकतांत्रिक बांग्लादेश बनाने का आग्रह किया, जहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाता हो"। बांग्ला में एक वीडियो संदेश में, खालिदा जिया ने कहा, "आप सभी मेरे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे थे। मैं अल्लाह के करम से आपसे बात करने में सक्षम हूं। हम इस फासीवादी सरकार से आजादी पाने में सक्षम हैं। मैं उन बहादुर लोगों को नमन करती हूं जिन्होंने अपनी जान दे दी।" उन्होंने कहा, "हमें इस जीत से एक नया बांग्लादेश बनाना है, जहां युवा और छात्र हमारी आशा होंगे।"
जिया ने धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों के खिलाफ भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, "हमें एक लोकतांत्रिक बांग्लादेश बनाना है, जहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाए। युवा और छात्र इसे पूरा करेंगे। एक प्रगतिशील बांग्लादेश बनाएंगे जहां शांति और समृद्धि हो। एक ऐसा देश जहां बदला और नफरत न हो।" बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष वर्तमान में विभिन्न बीमारियों का इलाज करा रही हैं।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को नया पासपोर्ट मिला
शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने के बाद जेल से रिहा बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को नया पासपोर्ट मिल गया है। जिया की पार्टी ने बुधवार को यह जानकारी दी। जिया (79) को तत्कालीन प्रधानमंत्री हसीना के कार्यकाल में 2018 में भ्रष्टाचार के लिए 17 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। अपनी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बीच हसीना (76) ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भारत चली गईं।
‘ढाका ट्रिब्यून’ अखबार ने बीएनपी मीडिया प्रकोष्ठ के सदस्य शैरुल कबीर खान के हवाले से बताया कि जिया को नया पासपोर्ट मिल गया है। इसने कहा कि मंगलवार को जिया के पासपोर्ट के नवीनीकरण की प्रक्रिया पूरी हो गई और इसके बाद जिया के निजी सचिव एबी एम अब्दुस सत्तार ने उसी रात उनकी ओर से नवीनीकृत पासपोर्ट प्राप्त कर लिया।
जिया दो साल से ज्यादा समय से जेल में बंद थीं। हसीना के नेतृत्व वाली सरकार ने 25 मार्च, 2020 को एक कार्यकारी आदेश के जरिए जिया की सजा को निलंबित कर दिया और उन्हें सशर्त रिहाई दी। इसके बाद, सरकार ने आवेदन पर हर छह महीने में उनकी सज़ा के निलंबन और रिहाई की अवधि को बढ़ाया। बांग्लादेश में दशकों से जिया और हसीना की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है।
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