यह ठीक नहीं…शेख हसीना को भारत में शरण पर खालिदा जिया की पार्टी; पूर्व प्रधानमंत्री को बताया बांग्लादेश में मोस्ट वांटेड
BNP on Sheikh Hasina: शेख हसीना का भारत में रहना खालिदा जिया की पार्टी को रास नहीं आ रहा है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि बांग्लादेश के लोग इसे अच्छे नजरिए से नहीं देखेंगे।
BNP on Sheikh Hasina: शेख हसीना का भारत में रहना खालिदा जिया की पार्टी को रास नहीं आ रहा है। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि बांग्लादेश के लोग इसे अच्छे नजरिए से नहीं देखेंगे। इसके साथ ही बयान में यह भी कहा गया है कि भारत में रहने का पूर्व प्रधानमंत्री का फैसला पूरी तरह से उनका और भारतीय अधिकारियों का है। गौरतलब है कि देश में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद सोमवार को हसीना ने इस्तीफा दे दिया और भारत चली गईं। बीएनपी के वरिष्ठ नेता और पार्टी प्रवक्ता अमीर खसरू महमूद चौधरी ने कहा कि अभी, हसीना बांग्लादेश में हत्याओं और लोगों को जबरन गायब करने से लेकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार जैसे कई अपराधों में मोस्ट वांटेड हैं।
बीएनपी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली स्थायी समिति के सदस्य चौधरी ने कहा कि यह खुद हसीना और भारत सरकार का निर्णय है कि उन्हें पड़ोसी देश में रहना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि बीएनपी को इस मुद्दे पर कोई अधिकार नहीं है। फिर भी, बांग्लादेश के लोग सोचते हैं कि भारतीय अधिकारियों को उनकी भावनाओं को ध्यान में रखना चाहिए। बता दें कि गुरुवार को 84 साल के नोबल विजेता मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुखिया के तौर पर शपथ ली। माना जा रहा है कि लॉ एंड ऑर्डर के हालात नियंत्रण में आने के बाद अंतरिम सरकार देश में चुनाव के लिए ऐलान कर सकता है।
बीएनपी के पार्टी प्रवक्ता अमीर खसरू महमूद चौधरी ने कहा कि बांग्लादेश के लोगों को लगता है कि भारतीय अधिकारियों को उनकी भावना का ख्याल रखना चाहिए। बीएनपी के उपाध्यक्ष अब्दुल अवल मिंटू ने भी ऐसी ही राय जताते हुए कहा कि बेहतर होता कि हसीना भारत नहीं भागतीं। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि वह भारत नहीं भागतीं, क्योंकि हम भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं। बांग्लादेश और इसके लोग भारत को दोस्त की तरह मानते और देखते हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक भारत का अधिकार है कि वह जिसे चाहे उसे शरण दे सकता है।
हुसैन ने कहा कि शेख हसीना के भारत में शरण लेने का असर बिल्कुल स्वाभाविक है। उदाहरण के लिए, यदि मैं आपको पसंद नहीं करता हूं और कोई अन्य व्यक्ति आपका समर्थन कर रहा है तो स्वाभाविक रूप से मुझे वह व्यक्ति पसंद नहीं आएगा। प्रतिकूल प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक है। लेकिन तथ्य यह है कि भारत-बांग्लादेश के बीच हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, भले ही अवामी लीग सत्ता में हो या शेख हसीना। उन्होंने कहा कि जब बीएनपी सत्ता में थी, मैं बांग्लादेश सरकार में मंत्री था। हमने देखा कि दोनों देशों के बीच शानदार संबंध रहे। भारत, बांग्लादेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत ने हमेशा बांग्लादेश के लोगों का समर्थन किया है। दोनों देशों के बीच अच्छे द्विपक्षीय संबंध बने रहेंगे।
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