पहले सुरंग में उड़ाया ट्रैक, फिर अंधाधुंध फायरिंग; बलूच विद्रोहियों ने कैसे किया जाफर एक्सप्रेस हाईजैक
बलूच बंदूकधारियों ने इस घटना को तब अंजाम दिया जब ट्रेन आब-ए-गम इलाके के पास सुरंग संख्या 8 से गुजर रही थी, तभी बलूच उग्रवादियों ने सुरंग का रेलवे ट्रैक उड़ा दिया।

पाकिस्तान के पश्चिमी इलाके में अफगानिस्तान की सीमा से सटे अशांत और पहाड़ी बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के बंदूकधारी विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया और उस पर सवार करीब 450 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया। ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी। बंदूकारियों ने इस दौरान ट्रेन पर अंधाधुंध गोलीबारी भी की, जिसमें कई यात्री घायल हो गए। स्थानीय मीडिया ने यह खबर दी है। रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस हमले में ट्रेन का चालक गंभीर रूप से घायल हुआ है। दूसरी तरफ बलूच विद्रोहियों ने दावा किया है कि उसके हमले में 11 पाकिस्तानी सुरक्षा कर्मी मारे गए हैं।
‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के मुताबिक, जाफर एक्सप्रेस पर हमला बलूचिस्तान के कच्छ जिले के माच टाउन के आब-ए-गम इलाके के पास हुआ। खबर के मुताबिक, करीब छह हथियारबंद लोगों ने ट्रेन पर गोलीबारी की, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इस समूह पर पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका ने प्रतिबंध लगा रखा है।
सुरंग संख्या-8 में उड़ाया ट्रैक
बलूच बंदूकधारियों ने इस घटना को तब अंजाम दिया जब ट्रेन आब-ए-गम इलाके के पास सुरंग संख्या 8 से गुजर रही थी, तभी बलूच उग्रवादियों ने सुरंग का रेलवे ट्रैक उड़ा दिया। इससे जाफर एक्सप्रेस पटरी से उतर गई। इसके बाद ट्रेन पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बलूच आतंकियों ने इलाके का फायदा उठाया, जहाँ 17 सुरंगें हैं, जिससे ट्रेनें धीमी गति से चल रही थीं।
गोलीबारी का सामना करने के लिए सुरक्षा बल के जवान सामने आए लेकिन विद्रोहियों ने उन पर भी हमला बोल दिया और ट्रेन को अपने कब्जे में कर लिया। बलूच अलगाववादियों द्वारा हमलों की आशंका के कारण बलूचिस्तान में ट्रेनों में आम तौर पर सुरक्षाकर्मी सवार होते हैं। इस घटना के बाद पाकिस्तानी सेना ने जमीनी हमला और हवाई बमबारी करके जवाबी कार्रवाई की है। हालाँकि, आतंकवादी सेना के जमीनी अभियान को रोकने में कामयाब रहे हैं।
महिलाओं और बच्चों को किया रिहा
आतंकवादियों ने एक बयान में दावा किया है कि उन्होंने महिलाओं, बच्चों और बलूच यात्रियों को रिहा कर दिया है। हालाँकि, सैन्यकर्मी अभी भी बंधक हैं। पाकिस्तानी सेना ने भी एक राहत ट्रेन भेजी है। बलूच विद्रोहियों ने पाक सेना से एयरस्ट्राइर रोकने को कहा है और चेतावनी दी कि एयरस्ट्राइक नहीं रोकी तो बंधकों को मार देंगे। समाचार लिखे जाने तक बंधकों को छुड़ाने की कार्रवाई जारी थी।
अंग्रेजी अखबार ‘डॉन’ ने बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद के हवाले से खबर दी, ‘‘क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर पेहरो कुनरी और गदालार के बीच भारी गोलीबारी की खबरें हैं।’’इस बीच, रेलवे नियंत्रक मुहम्मद कासिफ ने बताया है कि नौ डिब्बों वाली इस ट्रेन में करीब 500 यात्री सवार थे। उन्होंने कहा, ‘‘ट्रेन को सुरंग संख्या 8 में हथियारबंद लोगों ने रोक दिया। ’’
पिछले साल निलंबन के बाद बहाल हुई थी रेल सेवा
पिछले वर्ष अक्टूबर में पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने से अधिक समय के निलंबन के बाद क्वेटा और पेशावर के बीच रेल सेवाएं बहाल करने की घोषणा की थी। बलूचिस्तान में पिछले एक साल में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है। नवंबर 2024 में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती धमाके में कम से कम 26 लोग मारे गए थे और 62 अन्य घायल हुए थे। तेल और खनिज संपन्न बलूचिस्तान, पाकिस्तान का क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा लेकिन सबसे कम आबादी वाला प्रांत है।
ईरान और अफगानिस्तान की सीमा से लगा बलूचिस्तान लंबे समय से हिंसक अलगाववाद से जूझ रहा है। बलूच विद्रोही समूह अक्सर सुरक्षा कर्मियों, सरकारी परियोजनाओं और क्षेत्र में 60 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत वाली चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजनाओं को निशाना बनाकर हमले करते रहते हैं।
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