हरगिज हड़पने ना देंगे वेस्ट बैंक... मुस्लिम देशों के दबाव के बीच ट्रंप का नेतन्याहू को करारा झटका
संक्षेप: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा कि वह इजरायल को वेस्ट बैंक पर कब्ज़ा करने की इजाजत नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा हरगिज़ नहीं होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को किसी भी सूरत में वेस्ट बैंक पर कब्जा करने और उसे हड़पने की इजाजत नहीं देंगे। फिलहाल वेस्ट बैंक पर इजरायल का ही नियंत्रण है। ट्रंप का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना संबोधन देने वाले हैं लेकिन उससे पहले ही ट्रंप ने उन्हें अपना सख्त संदेश दे दिया है। दूसरी तरफ, ब्रिटेन-कनाडा समेत अमेरिका के कई सहयोगी देश भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में फिलिस्तीन को एक राष्ट्र के रूप में मान्यता देने पर राजी हो चुके हैं और कई मुस्लिम देश ट्रंप पर इस बात का दबाव बना रहे हैं कि वह इजरायल को गाजा में हमला करने से रोकें और वेस्ट बैंक पर उसकी महत्वकांक्षाओं पर लगाम लगाएं।
ट्रंप ने गुरुवार को एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए ओवल ऑफिस में पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं इजरायल को वेस्ट बैंक पर कब्जा करने की इजाजत नहीं दूंगा। ऐसा हरगिज़ नहीं होगा।’’ दरअसल इजरायल के अधिकारी कुछ वक्त से कह रहे हैं कि उनकी सरकार वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों पर कब्जा करने के कदम उठा सकती है, इस संबंध में पूछे जाने पर ट्रंप ने यह बात कही।
सोमवार को होगी ट्रंप और नेतन्याहू की मुलाकात
ट्रंप का यह बयान दोनों नेताओं की मुलाकात से पहले आया है। कहा जा रहा है कि ट्रंप और नेतन्याहू सोमवार को मुलाकात करने वाले हैं। इस बीच गाजा पर इजरायली हमले की वजह से नेतन्याहू पर वैश्विक दबाव बढ़ गया है और दुनिया भर के कई देश फिलिस्तीन को एक राष्ट्र का दर्जा देने को तैयार हो गए हैं। हाल के वक्त में अमेरिका के प्रमुख सहयोगी देशों ब्रिटेन, कनाडा आदि ने फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देने का ऐलान किया है। इसी के बीच इजरायल का वेस्ट बैंक पर कब्जे की संभावना की बात सामने आई है।
बस बहुत हो गया..अब इसे रोकने का समय आ गया
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की है और वह वेस्ट बैंक पर किसी भी सूरत में कब्जे की इजाजत नहीं देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘बस बहुत हो गया। अब इसे रोकने का समय आ गया है।’’ बता दें कि गाजा की ही तरह वेस्ट बैंक पर भी फिलिस्तीनी प्राधिकारियों का शासन है। ट्रंप लंबे समय से नेतन्याहू के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों को सार्वजनिक तौर पर स्वीकारते रहे हैं लेकिन उन्हें अब लंबे वक्त से जारी युद्ध के कारण अरब देशों के नेताओं के दबाव का सामना करना पड़ा है। अरब देशों के नेताओं ने इजरायल के कब्जे की बात पर चिंता व्यक्त की है। संयुक्त अरब अमीरात ने चेतावनी दी है कि कब्जे संबंधी इजरायल का कोई भी कदम ‘लक्ष्मण रेखा’ लांघने जैसा होगा।
1967 से वेस्ट बैंक पर इजरायल का दखल
इजरायल का 1967 से वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और गाजा पट्टी पर दखल है। फिलिस्तीनी चाहते हैं कि इन क्षेत्रों को मिलाकर उनके देश का निर्माण हो। इजरायल की वर्तमान सरकार फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देने का कड़ा विरोध कर रही है और वेस्ट बैंक के अधिकांश भाग पर अंततः कब्जा करने का समर्थन करती रही है। नेतन्याहू के सत्तारूढ़ गठबंधन के अतिराष्ट्रवादी सहयोगियों ने बार-बार आह्वान किया है कि इजरायल वेस्ट बैंक पर कब्जा कर उसे अपने भू-भाग में मिला ले। इस बीच, ब्रिटेन और जर्मनी ने भी इजरायल को वेस्ट बैंक के विलय से जुड़े इजरायली प्रस्तावों पर कड़ी चेतावनी दी है।

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