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15000 सैनिक तैनात, युवाओं से मिलिशिया में भर्ती का आह्वान; US से भिड़ने को पड़ोसी देश क्यों बेकरार?

15000 सैनिक तैनात, युवाओं से मिलिशिया में भर्ती का आह्वान; US से भिड़ने को पड़ोसी देश क्यों बेकरार?

संक्षेप: अमेरिकी सरकार ने कहा कि वह ड्रग कारटेल से संभावित खतरों से निपटने के लिए वेनेजुएला के पास अपनी समुद्री उपस्थिति बढ़ा रही है लेकिन मादुरो को लगता है कि अमेरिकी सरकार उसके देश पर हमला करना चाहती है।

Tue, 2 Sep 2025 02:22 PMPramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, वॉशिंगटन/काराकास
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दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप में स्थित कैरिबियाई देश वेनेजुएला ने अपनी सीमा पर भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती कर दी है और देशभर के युवाओं से मिलिशिया में शामिल होने का आह्वान किया है। वहां के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर कैरिबियन सागर में अमेरिकी सेना उनके देश पर हमला करती है, तो वे अपने देश को 'हथियारों से लैस गणराज्य' के रूप में घोषणा कर देंगे। उनकी यह प्रतिक्रिया अमेरिका के उस कदम के बाद आई है, जिसके तहत डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने वेनेजुएला के करीब समंदर में अपने युद्धपोत उतार दिए हैं।

वेनेज़ुएलाई राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने दावा किया है कि अमेरिका ने 1,200 मिसाइलों से लैस आठ अमेरिकी सैन्य युद्धपोत उनकी देश से सटी सीमा के पास उतारे हैं, जो उनके देश के लिए खतरा हैं। उन्होंने इसे एक पूरी तरह से आपराधिक कृत्य बताया है और और इसे क्षेत्र के लिए इस सदी का सबसे बड़ा खतरा करार दिया है।

वेनेजुएला ने बताय खूनी खतरा

मादुरो ने इस सैन्य तैनाती के बारे में कहा, "इस अत्यधिक सैन्य दबाव के मद्देनजर हमने अपने देश की रक्षा के लिए अधिकतम तैयारी की घोषणा की है।" उन्होंने अमेरिकी तैनाती को अत्यधिक अनुचित, अनैतिक और पूरी तरह से आपराधिक और खूनी खतरा बताया है। दरअसल, अमेरिका ने ड्रग कारटेल पर काबू पाने के लिए कैरिबाई सागर में न सिर्फ युद्धपोत का बेड़ा उतार रखा है बल्कि हजारों सैनिक भी तैनात कर रखे हैं।

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अमेरिका का हमले की योजना से इनकार

न्यूज वीक की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी अधिकारियों के वेनेजुएला की धरती पर आक्रमण करने की कोई योजना नहीं है। बावजूद इसके मादुरो की सरकार ने कोलंबिया तट और सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात कर दिया है और युवाओं से नागरिक मिलिशिया में शामिल होने का आह्वान किया है।

दोनों देशों के बीच दशकों से तनावपूर्ण संबंध

दरअसल, दोनों देशों के बीच दशकों से तनावपूर्ण संबंध रहे हैं। वॉशिंगटन 2019 से ही वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गुएदो का समर्थन करता रहा है और मौजूदा राष्ट्रपति मादुरो के चुनाव को मान्यता देने से इनकार करता रहा है। अमेरिकी सरकार ने कहा कि वह ड्रग कारटेल से संभावित खतरों से निपटने के लिए वेनेजुएला के पास अपनी समुद्री उपस्थिति बढ़ा रही है लेकिन मादुरो को लगता है कि अमेरिकी सरकार उसके देश पर हमला करना चाहती है। मादुरो ने अमेरिका पर वेनेजुएला में शसन परिवर्तन का प्रयास करने का आरोप लगाया है और अब उसने कोलंबिया के साथ पश्चिमी सीमा पर 15,000 सैनिक तैनात कर दिए हैं।

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अमेरिका ने कोलंबिया के पास क्या-क्या उतारा?

इस तनातनी के बीच अमेरिकी नौसेना ने गाइडेड मिसाइल क्रूजर यूएसएस लेकएरी, परमाणु ऊर्जा से चलने वाली तेज़-हमलावर पनडुब्बी यूएसएस न्यूपोर्ट न्यूज़, आर्ले बर्क श्रेणी के विध्वंसक यूएसएस ग्रेवली, यूएसएस जेसन डनहम और यूएसएस सैम्पसन, तटीय लड़ाकू जहाज यूएसएस मिनियापोलिस-सेंट पॉल, समेत हमलावर जहाज यूएसएस वोजिमा, यूएसएस सैन एंटोनियो और यूएसएस फोर्ट लॉडरडेल कैरेबियन सागर में तैनात कर दिए हैं।

इस बेडे में लगभग 4,500 अमेरिकी सैन्य कर्मी हैं, जिनमें 2,000 से ज़्यादा नेवी के जवान हैं। अमेरिका के मुताबिक, ये सभी कर्मी ड्रग कार्टेल को निशाना बनाने के प्रयास में वेनेजुएला के निकटवर्ती जलक्षेत्र में तैनात किए गए हैं। एसोसिएटेड प्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सप्ताह स्थितियां और बिगड़ सकती हैं, जब अमेरिका के तीन उभयचर हमलावर जहाज इस क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।

Pramod Praveen

लेखक के बारे में

Pramod Praveen
भूगोल में पीएचडी और पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर उपाधि धारक। ईटीवी से बतौर प्रशिक्षु पत्रकार पत्रकारिता करियर की शुरुआत। कई हिंदी न्यूज़ चैनलों (इंडिया न्यूज, फोकस टीवी, साधना न्यूज) की लॉन्चिंग टीम का सदस्य और बतौर प्रोड्यूसर, सीनियर प्रोड्यूसर के रूप में काम करने के बाद डिजिटल पत्रकारिता में एक दशक से लंबे समय का कार्यानुभव। जनसत्ता, एनडीटीवी के बाद संप्रति हिन्दुस्तान लाइव में कार्यरत। समसामयिक घटनाओं और राजनीतिक जगत के अंदर की खबरों पर चिंतन-मंथन और लेखन समेत कुल डेढ़ दशक की पत्रकारिता में बहुआयामी भूमिका। कई संस्थानों में सियासी किस्सों का स्तंभकार और संपादन। और पढ़ें

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