यूक्रेन के कुर्स्क पर हमले के बाद रूस की दो टूक, कहा- जमीनों का लेन-देन नहीं होगा
- रूस के विदेस मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी हमले के बाद रूस अब जमीन के लेन-देन पर विचार नहीं करेगा। यूक्रेन सोचता है कि कुर्स्क क्षेत्र के बदले हम उसे कोई जमीन वापस दे देंगे तो ऐसा नहीं होगा।
लंबे समय से चल रहा यूक्रेन-रूस संघर्ष एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का कहना है कि कुर्स्क क्षेत्र पर हमले के बाद रूस, जमीनों के आदान-प्रदान पर कोई विचार नहीं कर रहा है। एक रूसी टीवी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में लावरोव ने कहा कि यह बताना मुश्किल है कि यूक्रेन किस लक्ष्य का पीछा कर रहा है। जहां तक यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का सवाल है तो वह यह योजना बना सकते हैं कि अभी रूसी जमीन पर कब्जा कर लेते हैं बाद में जब समझौता होगा तो आदान-प्रदान करने के काम आएगी। इसलिए वह बंधकों को ले जा रहे हैं और हजारों किलोमीटर पर कब्जा करना चाहते हैं। यह बहुत ही भोलापन है।
समाचार एजेंसी ताश में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, लावरोव ने कहा कि यदि जेलेंस्की यह सोचते हैं कि हम जमीनों का आदान-प्रदान करेंगे तो वह यह बहुत गलत सोचते हैं। हम अपनी जमीन को लेकर किसी से कोई चर्चा नहीं करेंगे। हम बहुत जल्द ही यूक्रेनी सैनिकों को अपनी जमीन से खदेड़ देंगे।
पुतिन बातचीत के खिलाफ नहीं, समझौता जितनी देर से होगा उतनी मुश्किल होगी
रूसी विदेशमंत्री ने डेढ़ साल पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन के एक बयान के बारे में बात करते हुए कहा कि रूस बातचीत के खिलाफ नहीं है लेकिन जो लोग इसके खिलाफ हैं उन्हें यह समझना चाहिए कि वे जितना आधिक समय तक इसे टालेंगे, उतना ही किसी समझौते पर पहुंचना कठिन होगा। उन्होंने कहा कि बाकी सब चीजों के बारे में राष्ट्रपति पहले ही कह चुके हैं। पुतिन 14 जून को रूसी विदेश मंत्रालय में कहा था कि हम वास्तविकता के आधार पर स्थिति को हल करने के लिए तैयार हैं। लेकिन इसके लिए हमें जमीनी हकीकत और संविधान की वास्तविकता को समझना होगा।
युद्ध विराम के लिए रूस की वही शर्तें, नाटों में शामिल नहीं होगा यूक्रेन
लावरोव ने कहा कि युद्ध विराम के लिए हमारी वहीं पुरानी शर्तें हैं, हां हमारे पास क्रीमिया के अलावा अब रूसी महासंघ के चार नए घटक हैं। इसके साथ ही सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं हो सकता। इसके अलावा हम जमीनों के लेन-देन पर कोई बात नहीं करेंगे। जल्दी ही यूक्रेनी सैनिकों को रूसी जमीन से खदेड़ दिया जाएगा। विदेश मंत्री ने कहा कि हम लगातार यूक्रेनी हमलों का सामना कर रहे हैं और उन्हें मुंहतोड़ जवाब भी दे रहे हैं। मंत्री ने कहा कि हम अभी किसी भी बातचीत के लिए उत्सुक नहीं हैं। हालांकि जो भी यह कहता है कि रूस बातचीत नहीं चाहता वह गलत है। यूक्रेन के राष्ट्रपति अगर चाहते हैं कि बातचीत हो, समझौता हो तो वह सप्ताह के किसी भी दिन आएं और बेहतर शर्तों के साथ अपना बातचीत का प्रस्ताव रखें। हम हमेशा से बातचीत के लिए तैयार हैं।
इससे पहले, हाल ही में रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के 150 से अधिक ड्रोन को मार गिराया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, एयर डिफेंस ने रात भर में यूक्रेन के 158 ड्रोन मार गिराए, जिनमें से दो ड्रोन मॉस्को शहर में और नौ मॉस्को के आसपास के क्षेत्र में नष्ट किए गए।
यूक्रेन की ओर से बीती रात किए गए ड्रोन हमलों को उसकी ओर से अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला बताया जा रहा है।
कुर्स्क क्षेत्र में 46 ड्रोन नष्ट किए गए, जहां यूक्रेन ने दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से रूसी सरजमीं पर सबसे बड़े आक्रमण के तहत हाल ही में अपने सैनिकों को भेजा है। ब्रायंस्क क्षेत्र में 34 ड्रोन नष्ट किए गए, 28 से अधिक ड्रोन वोरोनेझ क्षेत्र तथा 14 ड्रोन बेलगोरोद क्षेत्र में नष्ट किए गए, जिनकी सीमा यूक्रेन से लगती है।
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