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ट्रंप के दबाव में चीन पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में यूरोपीय संघ, मान लेगा 100 फीसदी टैरिफ वाली बात?

ट्रंप के दबाव में चीन पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में यूरोपीय संघ, मान लेगा 100 फीसदी टैरिफ वाली बात?

संक्षेप: डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों नाटो में शामिल देशों से चीन के खिलाफ 50 से 100 फीसदी टैरिफ लगाने को कहा था। ट्रंप ने इन देशों को भेजे गए अपने लेटर में लिखा था कि रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लगने चाहिए।

Thu, 18 Sep 2025 12:16 AMJagriti Kumari लाइव हिन्दुस्तान
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के बाद यूरोपीय संघ चीन पर नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। इससे पहले ट्रंप ने बीते सप्ताह नाटो देशों को एक खत भेजकर चीन के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही थी। ट्रंप ने चीन सहित रूस से व्यापार करने वाले अन्य देशों पर 50 से 100 फीसदी टैरिफ लगाने को भी कहा था। वहीं ट्रंप कई बार यूरोप की चीन नीति की आलोचना कर चुके हैं। ट्रंप ने समूह पर चीन के साथ बहुत नरम होने का आरोप लगाया है और इससे अमेरिका के साथ संबंध बिगड़ने की चेतावनी भी दी है। ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में कहा था, "अगर यूरोपीय संघ अमेरिका के साथ मजबूत साझेदारी चाहता है, तो उसे चीन को खुली छूट देना बंद करना होगा।"

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हालांकि यूरोपीय संघ चीन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने के समर्थन में नहीं है। फर्स्टपोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय संघ ने ट्रंप की इस अपील को मानने से इनकार कर दिया है। यूरोप को डर है कि इस कदम से पूरी दुनिया में नए सिरे से व्यापार युद्ध शुरू हो सकता है। इसके बजाय ये देश चीन के इलेक्ट्रिक वाहनों, स्टील और सोलर पैनल जैसे क्षेत्रों पर लक्षित टैरिफ लगाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके साथ ही यूरोप में संचालित कुछ चीनी कंपनियों पर संभावित प्रतिबंध लगाया जा सकता है।

क्यों कतरा रहे हैं यूरोपीय देश?

यूरोपीय देश अमेरिका के सख्त रवैये को पूरी तरह से अपनाने से कतरा रहे हैं। इसकी वजह यह है कि चीन, अमेरिका के बाद यूरोपीय संघ का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों पक्षों के बीच 2024 में 700 अरब यूरो से अधिक का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था। जर्मनी और हंगरी समेत कई सदस्य देशों को डर है कि आक्रामक टैरिफ से जवाबी कार्रवाई हो सकती है जिससे कार और मशीनरी जैसे प्रमुख निर्यात प्रभावित होंगे।

ये भी पढ़ें:चीन पर 50-100 फीसदी टैरिफ लगाएं नाटो देश, रूस को रोकने के लिए ट्रंप की मांग

क्या कह रहे हैं विश्लेषक?

वहीं विश्लेषकों का कहना है कि यूरोपीय संघ की रणनीति ट्रंप की मांगों और अपनी आर्थिक जरूरतों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करने की है। एक यूरोपीय व्यापार विशेषज्ञ ने कहा, "सवाल यह है कि क्या यूरोपीय देशों के हालिया प्रतिबंध अमेरिका को संतुष्ट करेंगे? ट्रंप शक्ति प्रदर्शन करना चाहते हैं। यूरोपीय संघ एक व्यापार युद्ध छेड़े बिना अपने उद्योगों की रक्षा करना चाहता है। ये लक्ष्य एक-दूसरे से मेल नहीं खाते।"

Jagriti Kumari

लेखक के बारे में

Jagriti Kumari
जागृति ने 2024 में हिंदुस्तान टाइम्स डिजिटल सर्विसेज के साथ अपने करियर की शुरुआत की है। संत जेवियर कॉलेज रांची से जर्नलिज्म में ग्रैजुएशन करने बाद, 2023-24 में उन्होंने भारतीय जन संचार संस्थान नई दिल्ली से हिंदी पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा हासिल किया। खबरें लिखने के साथ साथ ग्राउंड रिपोर्टिंग का शौक है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय संबंध, खेल और अर्थव्यवस्था की खबरों को पढ़ना पसंद है। मूल रूप से रांची, झारखंड की जागृति को खाली समय में सिनेमा देखना और सिनेमा के बारे में पढ़ना पसंद है। और पढ़ें

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