
भारत के पड़ोस में शुरू हो जाएगी बड़ी जंग? बगराम एयरबेस पर तालिबान ने US-PAK दोनों को चेताया
संक्षेप: काबुल से 50 किलोमीटर उत्तर में स्थित बगराम एयरबेस पर करीब 20 सालों तक अमेरिकी सेना का कब्जा था। अगस्त 2021 में अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान के हटने के बाद से इस पर तालिबान का नियंत्रण है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों बगराम एयरबेस पर दोबारा नियंत्रण हासिल करने की बात कर हलचल मचा दी है। ट्रंप ने ब्रिटेन में जाकर खुलेआम कहा कि उनकी सरकार इस एयरबेस को दोबारा हासिल करने की कोशिश कर रही है। यहीं नहीं अफगानिस्तान में काबुल के पास स्थित इस हवाई अड्डे को वापस ना करने को लेकर ट्रंप ने अफगानिस्तान को धमकी भी दी है। हालांकि तालिबान ने डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिका को जवाब देते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि वे अपनी जमीन का एक टुकड़ा भी नहीं देंगे। अब हाल ही में तालिबान ने अमेरिका और पाकिस्तान को नई चेतावनी दी है। तालिबान का कहना है कि अगर इस पर कब्जे की कोशिश की गई तो बड़ी जंग शुरू हो सकती है।
अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार ने हाल ही में इस मुद्दे पर एक हाई प्रोफाइल मीटिंग की है। न्यूज18 ने अपनी एक रिपोर्ट में तालिबान के वरिष्ठ सूत्रों के हवाले से बताया कि तालिबान के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा ने शीर्ष कैबिनेट अधिकारियों, खुफिया प्रमुखों और सैन्य कमांडरों के साथ एक बंद कमरे में बैठक बुलाई थी। कंधार में आयोजित इस बैठक में यह कहा गया कि अगर अमेरिका बगराम एयरबेस पर फिर से कब्जा करने की कोशिश करता है, तो तालिबान नए सिरे से युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार है।
पाकिस्तान को भी चेतावनी
इस दौरान तालिबान ने पाकिस्तान को भी चेतावनी दी है कि अमेरिका की ऐसी किसी भी कोशिशों में पाकिस्तान ने कोई भी मदद की, तो इसका अंजाम ठीक नहीं होगा। तालिबान के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि समूह ने ऐलान किया है कि अगर पाकिस्तान किसी भी रूप में, चाहे वह सैन्य, कूटनीतिक या अन्य तरीके हो, अमेरिका की मदद या समर्थन करता है, तो पाक को अफगानिस्तान का दुश्मन देश घोषित कर दिया जाएगा।
भारत से भी संपर्क करेगा तालिबान
तालिबान नेतृत्व ने इसे आने वाले दिनों में बड़ा खतरा बताते हुए उसका मुकाबला करने की तैयारियां भी शुरू कर दी है। इसके लिए तालिबान दुनिया के कई देशों से सहयोग जुटाने की कोशिशों में लग गया है। तालिबान ने प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद और विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी को वैश्विक और क्षेत्रीय शक्तियों से जल्द से जल्द संपर्क करने का काम सौंपा है। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए भारत से भी संपर्क किया जायेगा। वहीं रूस, चीन, ईरान, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब के सामने भी तालिबान अपना पक्ष रखेगा।

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