हड़ताली नियोजित शिक्षकों ने डीईओ कार्यालय में जड़ा ताला

Sunil, Last updated: Fri, 21st Feb 2020, 1:51 PM IST
हड़ताली शिक्षकों का आक्रोश लगातार बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार को जिले भर से जुटे लगभग तीन सौ हड़ताली शिक्षक सुबह साढे़ 11 बजे शहर के मोईनुलहक स्टेडियम के पास जमा हुए। यहां से जुलूस की शक्ल में वह जिला...
lock

हड़ताली शिक्षकों का आक्रोश लगातार बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार को जिले भर से जुटे लगभग तीन सौ हड़ताली शिक्षक सुबह साढे़ 11 बजे शहर के मोईनुलहक स्टेडियम के पास जमा हुए। यहां से जुलूस की शक्ल में वह जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के लिए निकल पड़े और वहां पोर्टिको में धरने पर बैठ गए।

 इधर, आक्रोशित शिक्षकों के पहुंचते ही सभी कर्मचारी और अधिकारी कार्यालय से निकल गए। इसके बाद शिक्षकों ने कार्यालय के मेन  गेट में ताला जड़ दिया। हालांकि उस समय डीईओ अपने कार्यालय में नहीं थे। देर शाम तक शिक्षकों के प्रदर्शन के दौरान कार्यालय बंद रहा। हड़ताल पर बैठे शिक्षक बर्खास्त किए गए दो शिक्षकों की बहाली की मांग कर रहे थे। वहीं सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर डीईओ कार्यालय और उसके आसपास पूरे दिन पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेट तैनात रहे।

शिक्षकों की चेतावनी और तेज होगा आंदोलन
शिक्षकों की बर्खास्तगी और कारण बताओ नोटिस जारी करने पर संघ और उग्र हो गया है। हड़ताली शिक्षक संघ ने आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है। संघ ने कहा है कि शुक्रवार को भी जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के आगे उनका धरना जारी रहेगा। जबतक विभाग उनकी मांगों को नहीं मानता है, आंदोलन जारी रहेगा।

कार्यालय में नहीं हुआ काम
- सुबह 11: 45 बजे हड़ताली शिक्षकों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में तालाबंदी कर दी
- शाम 5:30 बजे तक कार्यालय के प्रवेश द्वार पर शिक्षकों ने धरना दिया
- शिक्षकों के धरने से जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में काम पूरी तरह से बाधित रहा
- कार्यालय में तालाबंदी से कोई अधिकारी या कर्मचारी कार्यालय में नहीं बैठ सका
- शुक्रवार को भी काम प्रभावित होने की आशंका है, हालांकि शिक्षकों को हटाने के लिए बल प्रयोग भी हो सकता है

चार और शिक्षकों पर हो सकती है कार्रवाई
हड़ताली शिक्षकों के विरोध के बीच पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी ने चार और शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है। इनसे पूछा गया है कि राज्य में जारी मैट्रिक परीक्षा के दौरान हड़ताल पर जाने और विद्यालय में अनुपस्थित रहने पर सरकार द्वारा अनुशासनिक कार्रवाई का निर्देश प्राप्त है। फिर भी आप 17 फरवरी से हड़ताल पर चले गए हैं, जो विभागीय निर्देश का उल्लंघन है। ऐसे में 24 घंटे के अंदर अपना जवाब दे, अन्यथा प्राथमिकी दर्ज करते हुए बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

हड़ताल से कोई काम प्रभावित नहीं हो रहा है। सभी बीईओ से हड़ताली कर्मचारियों की जानकारी मांगी गई है, उसके बाद  कार्रवाई की जाएगी। -ज्योति कुमार, डीईओ, पटना
 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें