क्रिस्मस की तैयारी: केक हो तो बन ही जाता है उत्सव का बहाना

Malay, Last updated: Mon, 16th Dec 2019, 9:29 AM IST
उत्सव चाहे कोई भी हो, लेकिन केक न हो तो मजा ही फीका पड़ जाता है। बात जब क्रिसमस की हो तो इसके बिना तो सांता भी नहीं मानते। क्रिसमस के महज कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में केक की तैयारियां जोरों पर है। शहर...
क्रिस्मस की तैयारी: केक हो तो बन ही जाता है उत्सव का बहाना

उत्सव चाहे कोई भी हो, लेकिन केक न हो तो मजा ही फीका पड़ जाता है। बात जब क्रिसमस की हो तो इसके बिना तो सांता भी नहीं मानते। क्रिसमस के महज कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में केक की तैयारियां जोरों पर है। शहर की केक की दुकानें सजने लगे हैं और लोगों की भीड़ लगने लगी है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए स्नो थीम केक और सांता, बेल, टॉफी, स्टार शेप के कप केक बाजार में उपलब्ध हैं। लोग मनपसंद केक के लिए दुकानों पर पर पहुंच रहे हैं। कई लोग ऑनलाइन ऑर्डर भी दे रहे हैं। क्रिसमस पर स्नो थीम वाले केक सबसे अधिक पसंद किए जा रहे हैं। थीम खास क्रिसमस के लिए तैयार की गई है, जिसमें सांता अपनी झोली के साथ टॉफी बांटते नजर आएंगे। इसके अलावा टफल चॉकलेट पर क्रिसमस ट्री और स्टार की डिजाइन,सांता क्लाउज कैप वाले केक भी खूब पसंद किए जा रहे हैं। स्नो थीम देने के लिए इन केक पर शुगर पेस्ट की गार्र्निंशग की गई है। इस थीम में कप केक की भी विशाल वेराइटी बाजार में उपलब्ध है, जिन्हें लोग पसंद कर रहे हैं। आपको बता दें कि कप केप के बारे में पहला उल्लेख साल 1796 में मिलता है, जब अमेरिकन कुकरी नामक किताब में एमेलिया सिमन्स ने इसकी रेसिपी प्रस्तुत की थी। केक का प्रचलन प्राचीन रोम से है। यहां रोटी के आटे में कभी-कभी मक्खन, अंडे और शहद मिला दिए जाते थे, जिससे केक जैसी मीठीर्, ंसकी हुई रोटी बनती थी। लैटिन कवि ओविड ने निर्वासन की अपनी पहली पुस्तक ट्रिस्टिया में अपने और अपने भाई के जन्मदिन में पार्टी और केक का हवाला दिया है।

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