बिहार पुलिस के शस्त्रों में जंग!

Malay, Last updated: Mon, 4th Nov 2019, 12:04 PM IST
पटना पुलिस लाइन में काफी जर्जर भवन में शस्त्रागार है। चारों तरफ से सुरक्षा का इंतजाम है, लेकिन भवन में शस्त्र ही असुरक्षित हैं। पुराने भवन पर एक माह पूर्व गिरे पेड़ से हालत और जर्जर हो गई है। भवन में...
पटना पुलिस लाइन के काफी जर्जर भवन में शस्त्रागार है, जिसमें शस्त्रों की सुरक्षा खतरे में।

पटना पुलिस लाइन में काफी जर्जर भवन में शस्त्रागार है। चारों तरफ से सुरक्षा का इंतजाम है, लेकिन भवन में शस्त्र ही असुरक्षित हैं। पुराने भवन पर एक माह पूर्व गिरे पेड़ से हालत और जर्जर हो गई है। भवन में सामने से छज्जा गायब हो गया है, जिससे पानी अंदर शस्त्रागार में जा रहा है। इससे शस्त्रों के खराब होने का खतरा बना रहता है। ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने शस्त्रों को बचाने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल किया है। एक माह पूर्व लगातार हुई बारिश में पुलिस कर्मियों को शस्त्र बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।  

पानी के बाद अब शीत से बचाना चुनौती
शस्त्रागार को पानी और शीत से बचाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। बारिश को झेलने के बाद अब पुलिस शस्त्रों को शीत से बचाने में जुटी है। पुलिस के जवान प्लास्टिक लगाकर शस्त्रागार को शीत से बचाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि प्लास्टिक लगाकर कितनी हद तक इसे बचाया जा सकता है। शस्त्रों की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल है कि अधिकारी गंभीर क्यों नहीं हो रहे हैं। शस्त्रागार में पानी का रिसाव होता है, जिससे हमेशा डयूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों का तनाव बढ़ जाता है। 

पाट्र्स हो रहे हैं खराब, मरम्मत में समस्या 
पटना पुलिस के शस्त्र की मरम्मत में भी काफी समस्या हो रही है। शस्त्रों की मरम्मत के लिए जो भवन बनाया गया है, उसमें भी पानी टपकता है। हाल ही में पेड़ भवन पर गिरा था, जिससे काफी क्षति हुई है। इस से छत कई जगह टूट गई है। जहां शस्त्रों का पार्ट-पुर्जा रखा जाता है, वहां भी पानी गिरता है। पाट्र्स रखने को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई है। इससे शस्त्र बनाने में काफी परेशानी होती है। पेड़ अभी हटाया भी नहीं गया है, जिससे कभी वह शस्त्र के मरम्मत भवन को ध्वस्त कर सकता है। अब सवाल यह है कि शस्त्रों को लेकर इतनी बड़ी लापरवाही क्यों की जा रही है। 

पटना पुलिस के साथ रेल पुलिस का भी शस्त्र 
पूरे पटना पुलिस का आर्म्स पुलिस लाइन के शस्त्रागार में है। इसमें भारी मात्रा में कारतूस भी शामिल है। पुलिस सूत्रों की मानें तो पटना पुलिस के साथ जीआरपी, एनसीसी, होमगार्ड, रेल पुलिस के साथ अन्य कई बलों के शस्त्र पटना पुलिस लाइन के शस्त्रागार में रखे हुए हैं। 

नमी से शस्त्रों को होता है काफी नुक्सान 
नमी शस्त्रों का दुश्मन है। गोलियों के साथ शस्त्र भी खराब हो जाते हैं। पुलिस के जानकारों का कहना है कि अगर पिस्टल को अधिक दिनों तक एसी गाड़ी में लेकर घूमा जाए तो वह खराब हो जाती है। यहां तो सीधा पानी व शीत का सामना हो रहा है। 

शस्त्रागार के भवन की मरम्मत को लेकर पुलिस भवन निर्माण को पत्र भेजा गया है। डीजीपी भी इसे लेकर गंभीर हैं। शस्त्रागार को पुराने भवन से स्थानांतरित करने व जर्जर भवन की मरम्मत को लेकर प्रयास किया जा रहा है। शीघ्र ही इस मामले का समाधान कर दिया जाएगा। 
- गरिमा मलिक, एसएसपी

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