आईआईटी मुंबई, दिल्ली व आईआईएससी शीर्ष 200 में
लंबे समय से शैक्षिक गुणवत्ता के लिए विश्व पटल पर पहचान बनाने की कोशिश कर रहे भारत को बड़ी सफलता मिली है। विश्व प्रसिद्ध क्वैकक्वारेली साइमोंड्स (क्यू एस) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत के तीन...
लंबे समय से शैक्षिक गुणवत्ता के लिए विश्व पटल पर पहचान बनाने की कोशिश कर रहे भारत को बड़ी सफलता मिली है। विश्व प्रसिद्ध क्वैकक्वारेली साइमोंड्स (क्यू एस) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत के तीन उच्च शिक्षा संस्थानों ने शीर्ष 200 संस्थानों में स्थान बनाने में सफलता पाई है।
बुधवार को जारी क्यूएस रैंकिंग में भारत के तीन शैक्षणिक संस्थान आईआईटी मुंबई, आईआईटी दिल्ली और आईआईएससी बेंगलुरू को विश्व के शीर्ष 200 संस्थानों में शामिल किया गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय ने भी इस रैंकिंग में अपनी स्थिति में सुधार किया है और 13 स्थानों की छलांग लगाई है।
यही नहीं, आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर और आईआईटी रूड़की का भी प्रदर्शन अच्छा रहा है और यह सभी संस्थान क्यूएस रैंकिंग में शीर्ष 400 संस्थानों की सूची में स्थान बनाने में सफल रहे हैं। साथ ही, हरियाणा के सोनीपत स्थित ओ पी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) लंदन में जारी की गई क्यूएस वैश्विक रैंकिंग 2020 में शीर्ष 1000 में शामिल किया जाने वाला सबसे नया (नव स्थापित) विश्वविद्यालय हो गया है। आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर और आईआईटी रूड़की शीर्ष 400 संस्थानों में शामिल हैं।