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हानिकारक भी हो सकते हैं फल-सब्जियों के बीज

फल और सब्जियों के बीजों में ऐसे कई पौष्टिक तत्व मिलते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इन बीजों के सेवन से कई रोगों से खुद को दूर रखा जा सकता है। हालांकि, यह जानना भी जरूरी है कि इन बीजों...

हानिकारक भी हो सकते हैं फल-सब्जियों के बीज
नई दिल्ली, स्मार्ट डेस्कMon, 16 Sep 2019 10:41 PM
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फल और सब्जियों के बीजों में ऐसे कई पौष्टिक तत्व मिलते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इन बीजों के सेवन से कई रोगों से खुद को दूर रखा जा सकता है। हालांकि, यह जानना भी जरूरी है कि इन बीजों का सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए। लोगों के मन में यह धारणा होती है कि बीजों का ज्यादा सेवन करना चाहिए और इनका कोई नुकसान नहीं है। लेकिन कुछ विशेष स्थितियों में इनके सेवन से फायदे के बजाय नुकसान भी हो सकता है।

कद्दू के बीज 
कद्दू के बीज कैंसर और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर समस्याओं का इलाज करने में काम आते हैं लेकिन कई बार ये बीज नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। कद्दू के बीज में फाइबर, कैल्शियम और पोटैशियम की प्रचूर मात्रा होती है। ऐसे में इसके अधिक सेवन से पेट में गैस, दर्द, सूजन और ऐंठन की शिकायत हो सकती है। कैल्शियम की अधिकता से पेट में सूजन और कब्ज, तो पोटैशियम के अधिक सेवन से हाइपरकलेमिया जैसी शिकायतें हो सकती हैं। हाइपरकलेमिया की वजह से सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, उल्टी और मतली हो सकती है। यही नहीं, कद्दू के बीज में सैलिसिलिक एसिड होता है, जो आंतों के अल्सर का कारण बन सकता है। 

कटहल के बीज 
कटहल के बीज पाचन तंत्र को ठीक करने, आंखों को स्वस्थ रखने, अनिद्रा जैसी समस्याओं के अलावा त्वचा और बालों को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। लेकिन कुछ परिस्थितियों में कटहल के बीज के सेवन से नुकसान भी हो सकता है। कुछ लोगों को कटहल के बीजों का सेवन करने से  त्वचा में  एलर्जी हो सकती है। इससे त्वचा में चकत्ते, खुजली और लाल निशान बन जाते हैं। दरअसल कटहल के बीजों में विटामिन बी, प्रोटीन और पोटैशियम की अच्छी मात्रा होती है। अधिक मात्रा में इनका सेवन करने पर ये पेट की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं।

करेले के बीज
यदि आप लिवर से जुड़ी समस्याओं से परेशान हैं, तो आपको करेले या उसके बीजों से दूरी बना लेनी चाहिए। इसमें लेक्टिन नामक तत्व होता है, जो लिवर में प्रोटीन के संचार में रुकावट पैदा करता है। लेक्टिन के कारण लिवर में एंजाइम बढ़ जाता है। गर्भवती महिलाओं को भी करेले के बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। करेले के बीज में मौजूद मेमोरचेरिन तत्व गर्भ में पल रहे शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

खरबूजे के बीज
खरबूजे के बीज में फाइबर की प्रचूर मात्रा होती है। फाइबर स्पंज की तरह काम करते हुए शरीर की प्राकृतिक रूप से सफाई करने में मदद करता है लेकिन इसका सेवन अधिक कर लिया जाए तो इससे पेट संबंधी विकार हो सकते हैं। अगर किसी को उच्च रक्तचाप की शिकायत है और इसके लिए वह दवाओं का सेवन कर रहा है तो उसे भी खरबूजे के बीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।

चिया बीज
चिया बीज फाइबर, प्रोटीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और विभिन्न माइक्रोन्यूट्रिएंट्स के अच्छे स्रोत हैं लेकिन इनके अत्यधिक मात्रा में सेवन से एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा सांस लेने में दिक्कत, खुजली, दस्त, उल्टी, सूजन आदि की समस्याएं हो सकती है। यदि आप प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित हैं, तो इसका सेवन न करें। अगर किसी आयुर्वेदिक दवा का सेवन करते हैं, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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