अपनी ही जमीन नहीं बचा पा रहा नगर निगम, दबंगों का कब्जा
राजधानी में आसमान छूती जमीन की कीमतों के कारण अब सरकारी संपत्ति भी सुरक्षित नहीं बची है। भू माफिया की नजरें नगर निगम की जमीन पर टेढ़ी हुई है। इसके लिए आपको हम न्यू खजूरबन्ना अंबेडकर कॉलोनी ले चलते...
राजधानी में आसमान छूती जमीन की कीमतों के कारण अब सरकारी संपत्ति भी सुरक्षित नहीं बची है। भू माफिया की नजरें नगर निगम की जमीन पर टेढ़ी हुई है। इसके लिए आपको हम न्यू खजूरबन्ना अंबेडकर कॉलोनी ले चलते हैं। यहां निगम की करीब छह बीघा जमीन पर माफिया ने कब्जा कर लिया है। इसमें तालाब भी शामिल हैं। तालाब तक को पाट दिया गया है। पक्का निर्माण तक हो गया और निगम को होश नहीं रहा। दबी जुबान से तो यहां तक कहा जा रहा है कि इस क्षेत्र में कुछ असामाजिक तत्वों ने अड्डा जमा लिया है। यही लोग निगम की जमीन को ठिकाने लगा रहे हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई की हिम्मत निगम के अधिकारी नहीं जुटा पा रहे हैं।
लालू प्रसाद के कार्यकाल में हुई थी आवंटित जमीन :
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में न्यू खजूरबन्ना अंबेडकर कॉलोनी (खाद की जमीन) में लोगों को जमीन आवंटित हुई थी। वर्ष 1992 की बात है। 260 को जमीन मिली थी। निगम की करीब दो बीघा जमीन पर गरीबों को बसाया गया था। शेष करीब छह बीघा जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। पक्का निर्माण कर पूरा क्षेत्र रिहायशी हो गया है।
बांकीपुर अंचल में की है शिकायत
न्यू खजूरबन्ना अंबेडकर कॉलोनी के दर्जनों लोगों ने कब्जे की शिकायत नगर निगम बांकीपुर अंचल में की है। बाशिंदों ने शिकायत में कहा है कि निगम की जमीन पर कब्जा करने वाले वहां का माहौल खराब कर रहे हैं। बिना वजह ही वहां के लोगों से मारपीट करते हैं। उनका मकसद दहशत फैलाना है। वहां कब्जा करने वाले माफिया चाहते हैं कि आवंटित जमीन भी खाली करके लोग चले जाएं, ताकि उस संपत्ति पर भी उनका अधिकार हो जाए। चर्चा तो यहां तक है कि तमाम लोग पलायन भी कर गए हैं।
न्यू खजूरबन्ना अंबेडकर कॉलोनी क्षेत्र में निगम की जांच के लिए हमने आवेदन दिया था। अभीतक यह साफ नहीं है कि इस क्षेत्र में निगम की जमीन कहां-कहां है और निजी प्लाट की स्थिति क्या है। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा।
-विनोद कुमार, पार्षद, वार्ड-51
यह मामला नगर आयुक्त के संज्ञान में भी है। इसके लिए विशेष रूप से एक अमीन नियुक्त किया जा चुका है। इस अमीन को नापी और निगम की जमीन को घेराबंदी करने की जिम्मेदारी दी गई है। चुनाव के बाद नगर निगम अपनी जमीन की घेराबंदी कर कब्जे में ले लेगा।
-बीके तरुण, ईओ, नगर निगम बांकीपुर अंचल