तीन तलाक जैसे सामयिक मुद्दों से भी क्लैट में आ सकते हैं प्रश्न
कॉमन एडमिशन लॉ टेस्ट (क्लैट) काफी नजदीक आ चुका है। 26 मई को ही पूरे देश में यह परीक्षा होनी है। अभ्यर्थियों की तैयारी भी अंतिम चरण में पहुंच गई है। बावजूद उन्हें कुछ खास बातें ध्यान में रखने से...
कॉमन एडमिशन लॉ टेस्ट (क्लैट) काफी नजदीक आ चुका है। 26 मई को ही पूरे देश में यह परीक्षा होनी है। अभ्यर्थियों की तैयारी भी अंतिम चरण में पहुंच गई है। बावजूद उन्हें कुछ खास बातें ध्यान में रखने से परीक्षा में फायदा मिल सकता है।
क्लैट की तैयारी करानेवाले क्लैट गुरुकुल के संचालक अनुराग चौबे के मुताबिक क्लैट में समसामयिक प्रश्न भी पूछे जाते हैं। पिछले एक साल में देश में कुछ ऐसी घटनाएं घटीं, जिसका कानून से सीधा ताल्लुक है। इसमें सबरीमाला, तीन तलाक, आधार, धारा-377 शामिल हैं। अनुराग चौबे के मुताबिक इन मुद्दों से परीक्षा में प्रश्न आ सकते हैं। इसलिए अभ्यर्थी इन्हें भी जरूर देख लें। परीक्षा में अंग्रेजी का स्तर काफी अच्छा होता है एवं व्याकरण के अलावा रीडिंग एवं शब्दावली भी पूछी जाती है।
रीजनिंग का स्तर बैंकिंग की परीक्षाओं से सरल होता है एवं इसमें वर्बल रीजनिंग के अलावा क्रिटिकल रीजनिंग भी पूछी जाती है। गणित का स्तर 10वीं तक का होता है एवं इसमें अधिकांश अंकगणित से प्रश्न होते हैं। सामान्य अध्ययन में इतिहास, भूगोल एवं अर्थशास्त्र के अलावा अधिकांश प्रश्न समसामयिक घटनाओं से पूछे जाते हैं। विधि के विषय में संविधान एवं प्रशासन के अलावा कल्पित कानून एवं तथ्य आधारित प्रश्न भी पूछे जाते हैं। हाल के वर्षों में सर्वोच्च न्यायलय के महत्वपूर्ण निर्णय भी इस विषय के पाठ्यक्रम का हिस्सा बन गए हैं। गौरतलब है कि क्लैट का एडमिट कार्ड जारी हो चुका है। अभ्यर्थी इसे वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। बिहार में क्लैट की जिम्मेदारी सीएनएलयू को दी गई है। पांच परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
ऑफलाइन परीक्षा में निम्न बातों पर रखें विशेष ध्यान
- परीक्षा में ओएमआर शीट में रोल नंबर एवं अन्य जानकारी भरते समय कतई जल्दी न करें एवं दो बार अवश्य प्रवेश पत्र से जांच लें
- प्रश्न पत्र मिलते ही उसके ऊपर लिखे सभी निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और यह सुनिश्चित कर लें कि प्रश्न पत्र में सभी पन्ने सही हैं एवं उनकी छपाई में कोई समस्या नहीं है।
- प्रश्नों को छोटे-छोटे समूह में बनाएं (संभव हो तो पांच प्रश्न) एवं साथ में उत्तर ओएमआर शीट पर चिह्नित भी करते जाएं। किसी भी परिस्थिति में ओएमआर शीट भरने का काम अंत के लिए न छोड़ें। छोटे समूह में प्रश्न बनाने से गलती होने की संभावना भी कम होती है एवं दिमाग को भी आराम मिलता है ।
- परीक्षा में उत्तर गुणवत्ता वाली काली स्याही का बॉल पेन अवश्य ले जाएं। ओएमआर शीट में गोले को पूरे तरीके से काला करें ।
- अगर कोई प्रश्न गलत चिह्नित कर दिया काटने या मिटाने का प्रयास न करें एवं न ही उस प्रश्न के दो उत्तर दें
- प्रश्न पत्र मिलते ही एक बार पूरे प्रश्न पत्र को ऊपरी रूप से पढ़ें एवं इसका निश्चय कर लें कि कौन-सा भाग सरल लग रहा है एवं पहले उसे ही बनाएं।
- ऑफ़लाइन परीक्षा होने का सबसे विशेष लाभ यह है कि एक प्रश्न से दूसरे प्रश्न तक सरलता से पहुंचा जा सकता है। अत: जटिल प्रश्नों पर न रुकें एवं आगे बढ़ें, ताकि समय बचने पर उसे पुन: बनाया जा सके।