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आधे घंटे तक अनंत देते रहे जवाब

नई दिल्ली के साकेत कोर्ट में आत्मसमर्पण करने वाले मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह से आधे घंटे तक कोर्ट में पूछताछ होती रही। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया कि जब तक आगे की प्रक्रिया पूरी होती...

आधे घंटे तक अनंत देते रहे जवाब
पटना । स्मार्ट रिपोर्टरSat, 24 Aug 2019 04:29 AM
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नई दिल्ली के साकेत कोर्ट में आत्मसमर्पण करने वाले मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह से आधे घंटे तक कोर्ट में पूछताछ होती रही। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया कि जब तक आगे की प्रक्रिया पूरी होती है, वह विधायक से संबंधित मामले में ब्योरा जुटाए। इसमें मामले से जुड़े तथ्य भी शामिल हों। इसके लिए अदालत ने शाम चार बजे दिल्ली पुलिस को विधायक से आधा घंटा तक पूछताछ की अनुमति दी। 

अनंत सिंह 17 अगस्त से ही फरार चल रहे थे। विधायक के पैतृक गांव नदवां में एके—47 और दो हैंड ग्रेनेड मिलने के बाद यूएपीए एक्ट के तहत बाढ़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके बाद पटना स्थित विधायक के सरकारी आवास पर उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस गई भी थी। परंतु अनंत सिंह हाथ नहीं आए थे। वह पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गए थे। दूसरी ओर, जानकारी मिली है कि अनंत सिंह सफेद शर्ट—पैंट और चश्मे में कोर्ट पहुंचे थे। कानून की चौखट पर पहुंचने के बाद उनके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था। 

200 पुलिसकर्मी भी नहीं दबोच पाए
पटना। मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह के आगे पूरी बिहार पुलिस बेबस रही। पुलिस के तमाम दावों की हवा तब निकल गई, जब दिल्ली से उनके आत्मसमर्पण की खबर आई। पटना पुलिस यहां हाथ मलती रह गई। विधायक की गिरफ्तारी के लिए गठित एसआईटी, 11 विशेष टीमें और इसमें शामिल 200 पुलिसकर्मी किसी काम नहीं आए। कार्रवाई के नाम पर विधायक के गुर्गों पर पुलिस खीज निकालती रही। 17 अगस्त से अपने सरकारी आवास से फरार विधायक की तलाश में जुटी बिहार पुलिस को पसीने—पसीने होना पड़ा और कामयाबी भी नहीं मिली। एसआईटी तक को चमका देकर फरार होने वाले अनंत ने दिल्ली का रुख किया और अपने मन मुताबिक कोर्ट में सरेंडर किया। इससे पूर्व पुलिस और स्थानीय मीडिया सिर्फ कयास लगाते रहे। सर्विलांस के सहारे पुलिस भले ही कई राज्यों की पुलिस के संपर्क में थी, पर कुछ काम नहीं आया। खास बात यह है कि अनंत बार—बार वीडियो बनाते और उसे जारी करते रहे। पुलिस ताकती रही। बता दें कि उनके आवास पर दो दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी लगाए गए थे। 

विधायक के घर पर हुई थी छापेमारी
16 अगस्त को विधायक अनंत सिंह के बाढ़ स्थित आवास पर छापेमारी के दौरान एके—47 के साथ गोलियां और हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ था। बताया जाता है कि 10 साल पहले आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने खुफिया रिपोर्ट दी थी कि अनंत सिंह के घर पर प्रतिबंधित हथियार हैं। परंतु इसको पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से नहीं लिया था। अमिताभ कुमार दास ने पांच मार्च 2009 को अनंत सिंह के खिलाफ गोपनीय सूचना दी थी। आईपीएस ने पत्र में कहा था कि बाढ़ स्थित विधायक अनंत सिंह के आवास पर एके—47 और एके—56 सहित अन्य आधुनिक हथियारों का बड़ा जखीरा है। हथियारों की सटीक सूचना और पड़ताल के बाद आईपीएस ने गोपनीय फाइल तैयार कर रिपोर्ट देते हुए छापेमारी कर बड़ा खुलासा करने की बात कही थी। तब विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

गिरफ्तारी वारंट
एके—47 और हैंड ग्रेनेड  की बरामदगी मामले में मोकामा विधायक अनंत पर 20 अगस्त को बाढ़ कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। बाढ़ कोर्ट के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार माधवेंद्र ने वारंट जारी करने की अनुमति दी थी। वारंट जारी होने के बाद अनंत पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही थी। अगर वे सरेंडर नहीं करते तो पुलिस विधायक के खिलाफ इश्तेहार फिर कुर्की की कार्रवाई करती। वहीं, विधायक के करीबी लल्लू मुखिया और उसके भाई रणवीर यादव पर हत्या की साजिश रचने के मामले में कुर्की—जब्ती का आदेश कोर्ट ने दे दिया था।

कोर्ट पहुंचकर बाहुबली ने ली चैन की सांस
दिल्ली के कोर्ट जाते समय बाहुबली विधायक अनंत को चौतरफा भय सता रहा था। उन्हें आशंका थी कि कहीं एसआईटी की गिरफ्त में न आ जाएं। इसलिए उन्होंने पूरी एहतियात बरती। चर्चा है कि कोर्ट पहुंचने के दौरान उन्होंने तीन बार गाड़ियां बदलीं। सबसे पहले वे बीएमडब्ल्यू पर सवार हुए। इसके बाद उन्होंने गाड़ी बदल ली। कोर्ट के समीप पहुंचने के बाद विधायक ने तीसरी गाड़ी बदली। वहां पहले से अनंत सिंह के वकील मौजूद थे। कोर्ट के भीतर पहुंचते ही बाहुबली विधायक ने चैन की सांस ली और वकीलों को देखने लगे। समय—समय पर वे कानूनी प्रकिया की जानकारी भी ले रहे थे। जब उन्हें दूसरे कोर्ट में भेजा गया तो वकीलों ने उन्हें पूरा माजरा बताया। विधायक को वकीलों ने जानकारी दी कि उनके सरेंडर करने की प्रार्थना कोर्ट ने स्वीकार कर ली है। इसके बाद विधायक ने वकीलों से पूछा ‘आगे क्या होगा’? इस पर उन्हें जवाब मिला कि अब उन्हें दिल्ली पुलिस की कस्टडी में जाना होगा। इसके बाद पटना पुलिस उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लेकर वापस चली जायेगी। आखिरकार कोर्ट की प्रकिया पूरी होने के बाद विधायक को दिल्ली पुलिस अपनी जीप में बैठाकर ले गयी। 

हमारी टीम पटना से दिल्ली के लिये निकल चुकी है। विधायक को यहां लाने के बाद कानूनी प्रकिया के तहत उन्हें कोर्ट में पेश किया जायेगा। 
— कांतेश मिश्र ग्रामीण एसपी, पटना 

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