गाजियाबाद।
प्रताप विहार में रहने वाली सृष्टि बिस्वास जरूरतमंद लड़कियों को निशुल्क नृत्य सिखाती हैं। इसके अलावा विभिन्न स्वयं सहायता समूह के साथ जुड़कर भी सेवा दे रही हैं।
सृष्टि ने पिछले साल बीकॉम की पढ़ाई पूरी की है। आठवीं कक्षा से ही उनको नृत्य और संगीत का शौक था। इसके बाद उन्होंने गांधर्व संगीत महाविद्यालय में कथक सीखना शुरू किया। 12वीं की पढ़ाई तक उन्होंने कथक में भी पांच साल का कोर्स पूरा कर लिया। इसके बाद वह बीकॉम पढ़ाई के साथ-साथ महाविद्यालय में ही कथक सिखाने लगी। उन्होंने देखा कि समाज में कथक और क्लासिकल नृत्य को लेकर लड़कियों में रुचि काफी कम थी। इसके बाद उन्होंने भारतीय संस्कृति और कथक से लड़कियों को जोड़ने के लिए नृत्य का प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया। महिलाओं और लड़कियों को घर-घर जाकर भी प्रशिक्षण देने लगी। इसी दौरान उनके सामने ऐसी भी लड़कियां सामने आईं, जिनकी कथक में रुचि थी, लेकिन पैसे नहीं थे। इसके लिए उन्होंने जरूरतमंद लड़कियों को भी निशुल्क प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया। इसके बाद उनके पास स्वयं सहायता समूह से भी फोन आने लगे। अभी तक वह करीब 40 से ज्यादा लड़कियों को निशुल्क प्रशिक्षण दे चुकी हैं। सृष्टि ने बताया कि लड़कियों को कथक सिखाने में परिजनों की अनुमति के लिए काफी प्रयास करना पड़ता है।