हिन्दुस्तान मिशन शक्ति: टेडीबियर के इल्म से हरदोई की सीमा ने सैकड़ों महिलाओं को दिया रोजगार
हरदोई। हिन्दुस्तान टीम मुंबई की एक टेडीबियर फैक्ट्री में दिहाड़ी मजदूरी पर सीमा ने करीब...
हरदोई। मुंबई की एक टेडीबियर फैक्ट्री में दिहाड़ी मजदूरी पर सीमा ने करीब पांच सालों काम किया, यहां टेडीबियर, ड्राई फ्लावर व बांस के खिलौने बनाने के बाद गांव लौटना पड़ा तो अपने पैरों पर खड़े होने की ठानी।
पारिवारिक कारणों से सीमा को गांव लौटना पड़ा, यहां उन्होंने 2005 में गुड़िया स्वयं सहायता समूह के माध्यम से क्षेत्र की एक सैकड़ा महिलाओं के साथ टेडीबियर बनाने का कारोबार शुरू किया। उन्होंने क्षेत्र की महिलाओं को ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित किया। पहले लोग रोकते टोकते थे पर अब उनकी हम्मित की सराहना करते हैं। परश्रिम से धीरे-धीरे यह कारोबार बढ़ता चला गया। 2013 में सीमा ने प्रशासन की मदद से केरल, चेन्नई, हैदराबाद, गोवा, कोलकाता, जयपुर, दल्लिी, गुजरात समेत कई प्रांतों में टेडीबियर की सप्लाई शुरू की।
हरदोई की बेंहदर विकासखंड के कासिमपुर गांव की सीमा ने बड़े-बड़े शहरों में अपना स्टाल लगाकर अपने गांव समेत जनपद का नाम रोशन किया। आजीविका मिशन के अंतर्गत बेंहदर क्षेत्र में अब करीब 5 सैकड़ा महिलाएं अपने घरों में टेडीबियर, ड्राई फ्लावर आदि आइटम तैयार कर अपने परिवार का खर्चा उठा रही हैं। सीमा की काबिलियत देखते हुए बीडीओ ने ग्राम पंचायत स्तर पर सीआईबी बोर्ड बनाने को कहा। इसमें भी वह अव्वल रहीं और ग्राम पंचायतों की डिमांड पर अब वह सीआईबी बोर्ड भी बना रही हैं। गरीब परिवार की महिलाओं को समय-समय पर आमंत्रित कर अपने कारोबार का प्रचार प्रसार कर उन्हें ट्रेनिंग देने का भी समय निकालती हैं। सीमा का मानना है कि आज वह मुंबई में होती तो दिहाड़ी पर ही काम कर रही होतीं लेकिन उन्होंने साहस जुटाया तो आत्मनर्भिर बन गईं। खुद आत्मनिर्भर बनने के बाद और बेटियों व महिलाओं को भी इसके लिए प्रेरित कर रहीं हैं, अब वह हजारों महिलाओं की प्रेरणाश्रोत भी हैं।