हिन्दुस्तान मिशन शक्ति: संघर्ष से सबला बनीं हरदोई की रश्मि अब दूसरों को संभाल रहीं
हरदोई। हिन्दुस्तान टीम कोमल है कमजोर नहीं शक्ति का नाम नारी है। ये पंक्तियां...
हरदोई। हिन्दुस्तान टीम
कोमल है कमजोर नहीं शक्ति का नाम नारी है। ये पंक्तियां नारी शक्ति को समर्पित हैं और इसे चरितार्थ कर दिखाया रश्मि ने। पति की असमय मौत और दो बच्चों की परवरिश के साथ रश्मि ने अपने जैसी मजबूर महिलाओं को भी आत्मनिर्भरता की राह दिखाई।
रश्मि ने पहले ब्यूटीशियन का कोर्स किया और घर चलाने के लिए निजी अस्पताल में नौकरी करती रहीं। इस बीच दौड़भाग कर खादी एवं ग्रामोद्योग से तीन लाख रुपये का ऋण लिया। अब विधिवत ब्यूटी पॉर्लर संचालित कर रही हैं। इससे आय बढ़ी। खुद आत्मनिर्भर बनने के बाद गांव व आसपास के गांवों की 100 से ज्यादा महिलाओं व बालिकाओं को मुफ्त में प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर हुनरमंद बना चुकी हैं। गृहस्थी की गाड़ी चल निकली तो अपने जैसी मजबूर, गरीबी से जूझ रही महिलाओं का संगठन बनाया। उन्हें काबिल बनने की सीख देकर आत्मनिर्भर होने की दिशा दे उनकी दशा बदल दी।
आजकल राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर सौ से अधिक महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का साहस दे रही हैं। संगठन अध्यक्ष होने के नाते आधा दर्जन समूहों से जुड़ी महिलाओं का रोजगार शुरू कराया चुकी हैं। उनके संगठन के अंतर्गत सीआईबी बोर्ड उत्पादन, स्कूल ड्रेस सिलाई, पोषाहार वितरण, मशरूम उत्पादन, सार्वजनिक शौचालय संचालन जैसे कार्य शुरू किए जा चुके हैं। आगे और भी समूहों को कार्य दिलाने की कार्ययोजना पर काम जारी है।
रश्मि कहती हैं कि महिलाएं अपनी शक्ति पहचानें घर की चौखट से निकलकर बाहर की दुनिया देखें, सफलता उनका इंतजार कर रही है। इसके लिए शिक्षित और प्रशिक्षित होना जरूरी है। महिलाओं से आह्वान किया वो अपने आस पास की महिलाओं के लिए सहारा बनें जिससे कोई महिला अबला न रह जाए। कहा-सरकारी योजनाओं का लाभ महिलाओं तक पहुंच रहा है जो उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है।