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अंधविश्वासः कानपुर में महिला ने ली समाधि, पुलिस ने पांच घंटे बाद गड्ढा खोदकर निकलवाया, जीवत है महिला

आधुनिक युग में भी अंधविश्वास इस कदर हावी है कि लोग इसमें फंसकर अपनी जान भी जोखिम में डालने से नहीं चूकते हैं। सजेती के मढ़ा गांव की रहने वाली अधेड़ महिला को भी अंधविश्वास ने ऐसा जकड़ा कि उसने जिंदा...

अंधविश्वासः कानपुर में महिला ने ली समाधि, पुलिस ने पांच घंटे बाद गड्ढा खोदकर निकलवाया, जीवत है महिला
हिन्दुस्तान टीम,कानपुरWed, 10 Feb 2021 10:44 PM
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आधुनिक युग में भी अंधविश्वास इस कदर हावी है कि लोग इसमें फंसकर अपनी जान भी जोखिम में डालने से नहीं चूकते हैं। सजेती के मढ़ा गांव की रहने वाली अधेड़ महिला को भी अंधविश्वास ने ऐसा जकड़ा कि उसने जिंदा ही समाधि ले ली। समय रहते प्रशासन को इसकी खबर मिली तो हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे एसडीएम, सीओ ने पांच घंटे से गड्ढे में दफन महिला को बाहर निकाल अस्पताल में भर्ती कराया। महिला की हालत पूरी तरह सामान्य है। 
मढ़ा गांव के रामसजीवन की पत्नी गोमती उर्फ गयावती (52) बीते पांच वर्षों से घर के पास स्थित एक शिवमंदिर में सुबह वह शाम तीन-तीन घंटे पूजा-पाठ करती है। पूजा-पाठ में समय बीतने के कारण गोमती की प्रसिद्ध गांव-गांव हो गई और लोगों ने ऐसा अंधविश्वास पाल लिया कि महिला को भगवान शिव के दर्शन होते हैं और भगवान उसकी हर बात मानने लगे। प्रतिदिन उससे मिलने वालों की भीड़ भी पहुंचती है। 
इधर, अपनी प्रसिद्ध से गोमती और अंधविश्वास के जाल में फंसती जा रही थी और मंगलवार को उसने ऐलान किया कि वह 48 घंटे के लिए समाधि लेगी। परिवार के लोगों ने उसका समर्थन किया और घर के बाहर बकायदा टेंट लगाकर एक चबूतरे में करीब पांच फीट चौड़ा व चार फीट गहरा गड्ढा खोदा। बुधवार सुबह रिश्तेदार भी घर पहुंच गए। सूचना पर ग्रामीणों की भी भीड़ आ गई। सुबह करीब आठ बजे गोमती ने समाधि से पहले कई घंटे पूजा-पाठ किया और बाद में लाल साड़ी पहनकर सिर में मुकुट लगाया और हाथ में त्रिशूल लेकर वह गड्ढे में बैठ गई। बेटे अरविन्द,रावेन्द्र व कुछ रिश्तेदारों ने गड्ढे को लकड़ी के पटरों से ढक दिया और उसके ऊपर मिट्टी की परत बिछा दी। गोमती के समाधि लेने के बाद उस स्थान पर फूल चढ़ने लगे और गांव की महिलाएं व पुरुष भजन कीर्तन करने लगे। कई घंटे बाद इसकी सूचना कुछ लोगों ने पुलिस अफसरों को दे दी।
जानकारी पर एसडीएम अरुण श्रीवास्तव, सीओ गिरीश कुमार सिंह घाटमपुर, सजेती का फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने मौजूद लोगों को फटकार लगाई और गड्ढे से महिला को बाहर निकालने को कहा, लेकिन कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। पुलिस ने सख्ती दिखाई, बाद में आनन-फानन में महिला को गड्ढे से बाहर निकाल स्थानीय सीएचसी लाया गया। यहां से इलाज के बाद उसे घर भेज दिया गया। सीएचसी के डॉ. अजीत सचान ने बताया कि महिला स्वस्थ थी। 


 

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