हिन्दुस्तान मिशन शक्ति : जागरूकता से 180 महिलाएं स्वरोजगार की ओर अग्रसर
आजमगढ़। प्रेमलता देवी के पति खेती करते हैं। गांव में काम मिलने पर कुछ काम
आजमगढ़। प्रेमलता देवी के पति खेती करते हैं। गांव में काम मिलने पर कुछ काम भी कर लेते है ताकि परिवार की माली हालत में कुछ सुधार आ सके। परिवार का खर्च बड़ी मुश्किल से चलता है। प्रेमलता बीए की पढ़ाई करने के बाद से बेरोजगार थी। उसे काम की तलाश थी। उसने राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत ब्लाक से संपर्क कर समूह जुड़ गई। प्रेमलता ने आस-पास गांव की महिलाओं को जागरूक कर 18 समूह का गठन कर उनका संचालन कर रही हैं। हर समूह में कम से कम दस महिलाएं हैं। समूह से जुड़ी करीब 180 महिलाएं स्वरोजगार की ओर अग्रसर हैं। महिलाओं के समूह व बैंक से संबंधित समस्या होने पर प्रेमलता बैंक से लेकर ब्लाक तक महिलाओं की मदद कर उनकी समस्या का समाधान कराती हैं। प्रेमलता की जागरूकता से समूह से जुड़ी 15 महिलाएं समूह से रुपये लेकर स्वरोजगार कर घर संभाल रही हैं। कुछ महिलाएं घर पर किराना, बिस्कुट आदि की दुकान चला रही है। कुछ महिलाएं ब्यूटी पार्लर खोल कर आत्मनिर्भर हुई हैं। प्रेमलता समूह को विस्तार देने में लगी हुई है उनका चार समूह प्रक्रिया में है। समूह से आत्म निर्भर हुई प्रेमलता अपने काम से संतुष्ट है। परिवार का खर्च देख रही हैं।