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HPSSC ने 4 साल बाद घोषित किए गए फाइनल रिजल्ट, सफल उम्मीदवारों को विभाग आवंटित 

हिमाचल प्रदेश चयन आयोग ने आखिरकार कनिष्ठ कार्यालय सहायक (सूचना प्रौद्योगिकी) के लिए भर्ती परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। यह परीक्षा अक्टूबर 2020 में पोस्ट कोड 817 के तहत विज्ञापित की गई थी।

HPSSC ने 4 साल बाद घोषित किए गए फाइनल रिजल्ट, सफल उम्मीदवारों को विभाग आवंटित 
Admin पीटीआई, हमीरपुरSat, 10 Aug 2024 11:56 AM
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हिमाचल प्रदेश चयन आयोग ने आखिरकार कनिष्ठ कार्यालय सहायक (सूचना प्रौद्योगिकी) के लिए भर्ती परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। इसे दिसंबर 2022 में पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद रोक दिया गया था।

आयोग के एक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा कि कुल 1841 उम्मीदवारों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है। उन्हें विभिन्न विभाग आवंटित किए गए हैं। सतर्कता विभाग द्वारा हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (एचपीएसएससी) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अनियमितताएं पाए जाने के बाद जेओए (आईटी) -पोस्ट कोड 817 और कुछ अन्य परीक्षाओं के परिणाम रोक दिए गए थे।

सतर्कता अधिकारियों ने आयोग की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को हल प्रश्नपत्र और ढाई लाख रुपये नकद के साथ गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद एचपीएसएससी को भंग कर दिया गया था। इस बीच, पिछले 21 दिनों से राज्य चयन आयोग कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को परीक्षा परिणाम घोषित होने की जानकारी मिलने पर हड़ताल खत्म कर दिया। 

आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि खाली छोड़े गए 26 पदों में से दो श्रेणियों - अनुसूचित जाति (एससी) और स्वतंत्रता सेनानी के वार्ड - में 13 पद उम्मीदवार नहीं मिलने के कारण खाली रह गए हैं, जबकि भंग किए गए एचपीएसएससी के पांच पद नहीं भरे गए हैं। पेपर लीक मामले में संलिप्त पाए गए आठ अभ्यर्थियों का परिणाम घोषित नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि इन पदों को भी फिलहाल खाली रखा गया है।

यह परीक्षा अक्टूबर 2020 में पोस्ट कोड 817 के तहत विज्ञापित की गई थी। 1867 पदों के लिए आयोजित इस भर्ती की लिखित परीक्षा 21 मार्च 2021 को आयोजित की गई थी और परिणाम 1 जुलाई 2021 को घोषित किए गए थे। हालांकि, टाइपिंग टेस्ट आयोजित नहीं किया गया था।

22 दिसंबर 2022 को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संलिप्तता के साथ पेपर लीक मामला सामने आया, जिसके बाद परिणाम रोक दिया गया। लंबी जांच के बाद राज्य सरकार की उप कैबिनेट समिति ने नवगठित राज्य आयोग को इस परीक्षा के नतीजे घोषित करने की अनुमति दे दी।

दस्तावेजों की मूल्यांकन प्रक्रिया इस साल जून में आयोजित की गई थी, जिसमें 5220 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। इस परीक्षा के लिए दो लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिनमें से 107878 ने लिखित परीक्षा दी थी।
टाइपिंग टेस्ट में 19028 अभ्यर्थी शामिल हुए। 

प्रवक्ता ने कहा कि कुल 9576 उम्मीदवारों ने टाइपिंग टेस्ट पास किया, जिनमें से 5220 उम्मीदवारों को दस्तावेजों के मूल्यांकन के लिए चुना गया। उन्होंने बताया कि अंतिम परिणाम घोषित करने के बाद 1841 उम्मीदवारों को योग्यता के आधार पर विभिन्न विभाग आवंटित किए गए हैं।

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