
हिमाचल बस हादसे में 15 की मौत, पीड़ितों के लिए PM का बड़ा ऐलान; कैसे बचे 2 बच्चे?
संक्षेप: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम को एक प्राइवेट बस के भूस्खलन की चपेट में आ गई। पहाड़ा का पूरा मलबा बस पर आ गिरा। हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई है जबकि तीन को बचा लिया गया है।
'जाको राखे साईंया, मार सके न कोय' हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम को हुए दर्दनाक बस हादसे में यह कहावत सच साबित हुई है। जहां चलती बस पर पहाड़ दरकने से 15 यात्रियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, वहीं मौत के इस भयावह मंजर में दो नन्हीं जिंदगियां ऐसी थीं जिन्हें भगवान ने जैसे अपनी हथेली पर बिठाकर बचा लिया। झंडूता उपमंडल के भल्लू पुल के समीप यह हादसा उस वक्त हुआ जब मरोतम-कलौल रूट पर चलने वाली प्राइवेट बस ‘संतोषी’ पहाड़ी से गिरे भारी मलबे और पत्थरों की चपेट में आ गई।

पीड़ितों की मदद के लिए पीएम का ऐलान
पीएम मोदी ने हर मृतक के परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। वहीं घायलों को 50,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में लिखा- हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में हुई बस दुर्घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला
बताया जाता है कि क्षेत्र में सोमवार से रुक-रुककर बारिश हो रही है। बारिश के कारण पहाड़ नम हो गया था। बरठीं इलाके में भल्लू पुल के समीप बस जैसे ही पहुंची अचानक भरभरा कर पहाड़ा का मलबा सीधे बस पर जा गिरा। बस पूरी तरह मलबे में दब गई। बड़ी बड़ी चट्टानों की चपेट में आने से बस की छत के परखच्चे उड़ गए। किसी को संभलने तक का मौका नहीं मिला। हादसे के समय बस में करीब 25-30 लोग सवार थे।
धमाका हुआ और हम दौड़ पड़े
हादसे के बाद जब स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे तो चारों ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा था।हादसे में 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। भीषण हादसे में दो बच्चे बच गए हैं। इसे किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अचानक धमाका हुआ। हम जब मौके पर पहुंचे तब पूरी बस मलबे की आगोश में आ गई थी। लोगों ने बताया कि उन्होंने पुलिस को फोन किया।
ऐसे बच गए 2 मासूम
बाद में रेस्क्यू टीमों ने अथक प्रयास कर मलबे से शवों को निकालना शुरू किया। बचाव के दौरान ऐसा दृश्य सामने आया जिसने मौके पर मौजूद हर शख्स की आंखें नम कर दीं। मलबे के बीच से एक बच्चा सुरक्षित मिला। कुछ ही देर में एक और बच्ची को भी बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि मलबा गिरने के दौरान दोनों मासूम बस की सीटों के नीचे फंस गए थे, जिससे वे मलबे की सीधी चोट से बच गए।
दोनों बच्चे भाई-बहन, मां की मौत
दोनों की उम्र करीब 9 से 11 साल के बीच है। उन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल से एम्स बिलासपुर ले जाया गया। दोनों की हालत खतरे से बाहर है। बताया जाता है कि सुरक्षित बचे दोनों बच्चे सगे भाई-बहन हैं। हादसे में उनकी मां की मौत हो गई है। पूरे हादसे में केवल दो बच्चों का बच जाना किसी दैवीय कृपा की देन माना जा रहा है। घुमारवीं के DSP विशाल वर्मा ने बताया कि हादसे में 15 लोगों की मौत हुई है, जिनमें नौ पुरुष, चार महिलाएं और दो लड़के शामिल हैं।
बस से हटाया गया मलबा
दोनों घायल बच्चों को एम्स में भर्ती किया गया है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हादसे में 15 लोगों की जान चली गई है। 18 लोग रिकवर हुए हैं, जिनमें से तीन को अस्पताल भेजा गया है। अनुमान है कि बस में करीब 25-30 लोग सवार थे। मैं भी घटनास्थल पर जा रहा हूं। वहीं एक अधिकारी ने बताया कि रेस्क्यू टीम ने बस से मलबा हटा लिया है। मौके पर एनडीआरएफ की टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। स्निफर डॉग्स की मदद ली जा रही है।
राष्ट्रपति मुर्मू और गृहमंत्री शाह ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि बिलासपुर में भूस्खलन के कारण हुई बस दुर्घटना में कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा- बिलासपुर में भूस्खलन के कारण हुई बस दुर्घटना से बहुत दुखी हूं। मैं इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। (पीटीआई और एएनआई के इनपुट के साथ)
रिपोर्ट- यूके शर्मा

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Krishna Bihari Singhलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




