सर्दियों में दिल की धड़कन बढ़ना या कम होना दोनों ही खतरनाक, इन बातों से रखें अपने दिल का ख्याल
सर्दियों में कई दबी हुई बीमारी या दर्द बाहर आ जाता है, जैसे कई लोगों को इस मौसम में जोड़ों का दर्द सताने लगता है। इसी तरह सर्दियों में दिल पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। ऐसे में अगर सर्दियों में आपके दिल...
सर्दियों में कई दबी हुई बीमारी या दर्द बाहर आ जाता है, जैसे कई लोगों को इस मौसम में जोड़ों का दर्द सताने लगता है। इसी तरह सर्दियों में दिल पर सबसे ज्यादा असर पड़ता है। ऐसे में अगर सर्दियों में आपके दिल की धड़कन बढ़ना या कम होना दोनों ही स्थिति खतरनाक हो सकती है। आइए, जानते हैं आपको अपने दिल का ख्याल कैसे रखना चाहिए-
सर्दियों में हार्ट रेट बढ़ना या घटना कितना खतरनाक
हृदय गति यानी हार्ट रेट का अचानक बढ़ना या घटना, दिल के अस्वस्थ होने का संकेत है। सर्दी में ठंड लग जाने के कारण, पुराने हृदय रोग की वजह से या फिर उम्रदराज लोगों में हार्ट रेट बढ़ने के मामले बढ़ जाते हैं। ऐसे में अगर आप अपनी जीवनशैली में थोड़ा बहुत बदलाव करके सावधानी नहीं बरतते हैं, तो हार्ट रेट से जुड़ी समस्या आपके लिए खतरनाक हो सकती है।
ये परेशानियां बढ़ सकती हैं
एक वयस्क व्यक्ति के हृदय की गति आमतौर पर 60 से 100 बीट्स तक होती है। सामान्य हृदय गति कई बातों पर निर्भर करती है इसलिए अगर आपका हार्ट रेट सामान्य से थोड़ा बहुत घटता-बढ़ता है, तो घबराएं नहीं। चक्कर आने, सिर दर्द, छाती में दर्द, जबड़ों में खिंचाव या दर्द, आंखों से धुंधला दिखने जैसी स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आप अपना हार्ट रेट जांचना चाहते हैं तो रात को सोते समय बिस्तर पर आराम की अवस्था में अपने दिल की धड़कन की गिनती करें।
पर्याप्त नींद न लेना
नींद की कमी से चिंता, तनाव और स्लीपिंग डिसऑर्डर जैसी समस्याएं होती हैं, जिससे दिल की सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है इसलिए चिंता और तनाव छोड़ें, ताकि आपको गहरी नींद आए। रोज सोने और जागने का एक निश्चित समय तय करें और 6-8 घंटे की नींद जरूर लें। हमेशा हंसने और मुस्कुराने की आदत डालें। कई शोधों से पता चला है कि अगर रोज 15 मिनट हंसा जाए तो इससे शरीर में रक्त का प्रवाह 22 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।
30 मिनट एक्सर्साइज है बहुत जरूरी
रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सर्साइज जरूर करें। इससे दिल और शरीर दोनों स्वस्थ रहते हैं। एक्सर्साइज करने से शरीर की आर्टरीज लचीली बनती हैं, जिससे शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर होता है और दिल को मजबूती मिलती है। इसके लिए जिम जाना ही जरूरी नहीं। रोजाना कुछ देर पैदल चलना, साइकल चलाना, डांस करना, स्विमिंग करना और योग करना भी काफी है।
अपना वजन न बढ़ने दें
हार्ट रेट को सही बनाए रखने व हृदय की सेहत के लिए अपने वजन को नियंत्रण में रखना बेहद जरूरी है। मोटापा दिल से संबंधित कई बीमारियों की वजह बनता है। अपनी लंबाई के हिसाब से अपना वजन नियंत्रित रखें। अपने वजन पर नियमित रूप से नजर बनाए रखें।