फोटो गैलरी

Hindi Newsगर्दन में दर्द से छुटकारा दिलाएंगे ये पांच योगासन, जरूर आजमाएं

गर्दन में दर्द से छुटकारा दिलाएंगे ये पांच योगासन, जरूर आजमाएं

याद कीजिए कि आखिरी बार जब आप कम्प्युटर पर काम कर रहे थे, तब आपके बैठने का तरीका कैसा था? क्या आपकी रीढ़ की हड्डी गलत तरीके से झुकी हुई थी, कंधों के साथ ही गर्दन भी आगे की ओर झुकी थी? या आप पूरी तरह...

गर्दन में दर्द से छुटकारा दिलाएंगे ये पांच योगासन, जरूर आजमाएं
myupchar,नई दिल्लीFri, 11 Oct 2019 10:50 AM
ऐप पर पढ़ें

याद कीजिए कि आखिरी बार जब आप कम्प्युटर पर काम कर रहे थे, तब आपके बैठने का तरीका कैसा था? क्या आपकी रीढ़ की हड्डी गलत तरीके से झुकी हुई थी, कंधों के साथ ही गर्दन भी आगे की ओर झुकी थी? या आप पूरी तरह सीधे बैठे थे और गर्दन में खिंचाव से बचने की कोशिश कर रहे थे?

गर्दन में होने वाला दर्द दुनियाभर में कई लोगों को होने वाली बीमारी है। लगातार इस तरह गलत तरीके से बैठने से यह दर्द बढ़ता जाता है। लगातार दर्द बना रहता है, गर्दन अकड़ जाती है और फिर इसे घुमाने में दिक्कत आने लगती है। एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया में 20 फीसदी नौकरीपेशा लोग गर्दन दर्द से पीड़ित हैं।

दर्द निवारक एक मात्र इलाज नहीं

तत्काल राहत पाने के लिए अधिकांश लोग दर्द से बचने की गोली ले लेते हैं, जो कि सबसे आसान उपाय है। लेकिन अब दर्द से मुक्ति के कारगर उपायों में से एक है योगासन। एक्सपर्ट की निगरानी में करने पर योगासन से न केवल दर्द से छुटकारा मिलता है, बल्कि गर्दन की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और इसकी जकड़ने से भी मुक्ति मिलती है। आमतौर पर दर्द और जकड़़न की समस्या एक साथ आती है। योग की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके लिए आपको जरा भी पैसा खर्च नहीं करना है ना ही कोई उपकरण खरीदना है। आपको बस एक चटाई लाना है और थोड़ा-सा वक्त निकालना है। चूंकि योगासन का कोई साइड इफेक्ट नहीं है, इसलिए गर्दन दर्द से निजात पाने के लिए नीचे दिए आसन आजमाएं जा सकते हैं -

उत्थित त्रिकोणासन:

सीधे खड़े हो जाएं और पैरों को 3-4 फीट की दूरी पर रखें।

हाथों को सामने की तरफ सीधे करें। कंधे और हाथ एक सीध में होना चाहिए।

अपने बाएं पैर को लगभग 45 डिग्री का कोण बनाते हुए इस तरह बाहर निकालें कि बाएं पैर की एड़ी और दाहिने पैर की एड़ी एक सीध में हो। दाहिना पैर सीधा और शरीर से 90 डिग्री के कोण पर होना चाहिए।

हाथों को सीधा रखते हुए कमर के ऊपर से बाईं ओर झुकें

तब तक झुकते रहें जब तक कि आपकी बाईं हथेली बाएं पैर को न छू ले

30 सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें

प्रारंभिक स्थिति पर लौटें और दाईं ओर दोहराएं

 

ससंगासन

अपने घुटनों के बल बैठ जाएं

हाथों को दोनों ओर से लाते हुए एड़ी पकड़ें

धीरे-धीरे शरीर को झुकाकर सिर को आगे लाएं

तब तक झुकते रहें जब तक सिर आपके घुटनों के पास जमीन को न छू ले

अपनी एड़ी से सहारा लेते हुए शरीर को ऊपर उठाएं

रीढ़ को मोड़ें और सिर को घुटनों के पास दबाएं

3-5 सांसों के लिए इस स्थिति में रहें

धीरे से पहली स्थिति में लौटें

दो से तीन बार दोहराएं

 

सेतुबंध आसन

पीठ के बल लेट जाएं

घुटनों को मोड़ें और पैरों को जमीन पर मजबूती से चिपकाएं रखें

अपनी भुजाओं को शरीर के साथ जमीन पर सीधा रखें

अब शरीर को ऊपर उठाएं और फिर धीरे-धीरे नीचे लाएं

पैरों और कंधों पर वजन का संतुलन रखें। सुनिश्चित करें कि आपके कंधे और हाथ फर्श पर बने रहें।

30 सेकंड से 1 मिनट तक इस स्थिति में रहें

धीरे से प्रारंभिक स्थिति में लौटें

 

मत्स्यासन

अपनी पीठ के बल लेट जाएं

अपनी हथेलियों को कुल्हों के नीचे रखें। हथेली जमीन की ओर होना चाहिए

सांस लें और धीरे-धीरे छाती को उठाएं। अपना सिर न उठाएं

15-20 सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें

सांस छोड़ते हुए शुरुआती स्थिति में वापस आएं

 

उस्त्रासन:

घुटने के बल जमीन पर बैठ जाएं। दोनों जांघों के बीच दूरी रखें

धीरे-धीरे कमर को पीछे की ओर झुकाएं

हाथों को भी पीछे लाएं और एड़ी को पकड़ें। हाथ सीधे रखें

इस स्थिति में 30 सेकंड तक रहें और फिर वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं

 

ये योगासन करने के बाद आखिरी में शवासन जरूर करें। जमीन पर लेट जाएं, आंखें बंद कर लें और पूरा शरीर ढीला छोड़ दें। पांच मिनट तक आप इस स्थिति में रह सकते हैं।

 

अधिक जानकारी के लिए देखें: https://www.myupchar.com/disease/stiff-neck

स्वास्थ्य आलेख www.myUpchar.com द्वारा लिखे गए हैं

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें