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देश के 75% डायबिटीज मरीजों का शुगर अनियंत्रित

देश में डायबिटीज के 75 फीसदी से अधिक मरीजों में शुगर का स्तर अनियंत्रित रहता है। वहीं, करीब आधे मरीजों को इस बात की जानकारी ही नहीं रहती कि उन्हें डायबिटीज है। अनियंत्रित डायबिटीज मरीजों को...

देश के 75% डायबिटीज मरीजों का शुगर अनियंत्रित
स्कन्द विवेक धर, नई दिल्ली |Sat, 18 May 2019 02:44 AM
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देश में डायबिटीज के 75 फीसदी से अधिक मरीजों में शुगर का स्तर अनियंत्रित रहता है। वहीं, करीब आधे मरीजों को इस बात की जानकारी ही नहीं रहती कि उन्हें डायबिटीज है।

अनियंत्रित डायबिटीज मरीजों को हृदयरोग, रक्तचाप, स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों के चपेट में ला रही है। इसी सप्ताह बीएमसी मेडिसिन में प्रकाशित पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएचएफआई), मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन समेत अन्य संस्थानों द्वार किए गए अध्ययन में यह खुलासा किया गया है।

शोधकर्ताओं ने नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 के आंकड़ों से 15 से 49 वर्ष के 729829 लोगों का चुनाव किया। ये लोग देश के सभी 29 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। अध्ययन में पाया गया कि 10 में पांच मरीज को ही इस बात की जानकारी थी कि उन्हें डायबिटीज है। वहीं, 10 में से 4 डायबिटीज मरीज ही दवाओं का सेवन कर रहे थे। हालांकि सबसे अधिक परेशान करने वाला आंकड़ा डायबिटीज पर नियंत्रण का सामने आया, जिसमें पता चला कि दवा लेने वाले मरीजों में से मात्र 24.8 फीसदी मरीजों में डायबिटीज नियंत्रण में हैं। इसमें भी पुरुषों की स्थिति ज्यादा गंभीर है। करीब 80 फीसदी पुरुष मरीजों में डायबिटीज अनियंत्रित है। जबकि महिलाओं में यह आंकड़ा 70 फीसदी के करीब है।

जनसंख्या अनुपात के हिसाब से सबसे अधिक डायबिटीज के मरीज गोवा और आंध्र प्रदेश में हैं। हालांकि, उच्च जनसंख्या के चलते उत्तर प्रदेश में उन डायबिटीज के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है जिन्हें अपनी बीमारी की जानकारी ही नहीं है। गैर सरकारी संगठन दिशा फाउंडेशन के डॉक्टर शुभोजित डे ने अध्ययन के नतीजों पर चिंता जताते हुए कहा कि प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और जागरुकता के अभाव के चलते यह डायबिटीज की समस्या भयावह हो रही है। इस स्थिति को बदलने के लिए हमें प्राथमिक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं एवं दवाओं की उपलब्धता बढ़ानी होगी, साथ ही लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना होगा।

संयमति दिनचर्या और खान-पान में नियंत्रण रखना जरूरी
डॉ. अवस्थी के मुताबिक, डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा को नियमति एवं समय से लेने के साथ-साथ संयमित दिनचर्या एवं खान-पान डायबिटीज नियंत्रित करने की कुंजी है। यदि संभव हो तो डायबिटीज के मरीज को रोजाना कम से कम 20 मिनट का व्यायाम जरूर करना चाहिए। आहार पर संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है। फास्ट फूड खाने से बचना चाहिए।

ह्रदयरोग जैसी गंभीर बीमारियां होने की संभावना
पीएचएफआई के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं अध्ययनकर्ता डॉ. आशीष अवस्थी ने कहा कि डायबिटीज खुद बहुत नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन अनियंत्रित डायबिटीज की वजह से हृदयरोग, गुर्दा रोग, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और आंखों की रोशनी जाने जैसी गंभीर बीमारियां हो जाती हैं। जो कई बार जानलेवा साबित होती हैं। ाीएचएफआई के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं अध्ययनकर्ता डॉ. आशीष अवस्थी ने कहा कि डायबिटीज खुद बहुत नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन अनियंत्रित डायबिटीज की वजह से हृदयरोग, गुर्दा रोग, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और आंखों की रोशनी जाने जैसी गंभीर बीमारियां हो जाती हैं। जो कई बार जानलेवा साबित होती हैं।

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