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सेहत के लिए जरूरी है अच्छी नींद, जानिए कितनी देर सोएं

नींद की कमी स्वास्थ्य और कामकाजी जिंदगी को प्रभावित कर सकती है। कभी-कभी लोग सोच लेते हैं कि जितनी नींद वो ले रहे हैं पर्याप्त है, लेकिन यह समझना जरूरी है कि पर्याप्त नींद लेने के साथ उसे नियमित रूप...

सेहत के लिए जरूरी है अच्छी नींद, जानिए कितनी देर सोएं
myupchar.com,नई दिल्ली Wed, 04 Dec 2019 12:45 PM
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नींद की कमी स्वास्थ्य और कामकाजी जिंदगी को प्रभावित कर सकती है। कभी-कभी लोग सोच लेते हैं कि जितनी नींद वो ले रहे हैं पर्याप्त है, लेकिन यह समझना जरूरी है कि पर्याप्त नींद लेने के साथ उसे नियमित रूप से पूरा करना जरूरी होता है। इसी के साथ नींद अच्छी गुणवत्ता की हो तभी इसका प्रभाव अधिक होता है। हालांकि, नींद की गुणवत्ता को परिभाषित नहीं किया जा सकता लेकिन कितनी जल्दी हम सोते हैं, कितनी अधिक बार हमारी मध्य रात्रि में नींद टूटती है ये इन सब चीजों पर निर्भर करता है। https://www.myupchar.com से जुड़े ऐम्स, दिल्ली के डॉ. केएम नाधीर के अनुसार, ‘यदि कोई लंबे समय से पर्याप्त नींद नहीं ले रहा है तो उसे थकान, दिन में नींद आना, बेचैनी, याददाश्त की कमी जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।’

रात में कितनी देर सोएं

आपको कितनी नींद की आवश्यकता है, यह विभिन्न कारणों पर निर्भर करता है। हर व्यक्ति की अलग-अलग जरूरतें रहती हैं। इसी तरह उनकी नींद की जरूरत भी अलग होती है। इसमें सबसे अहम पहलू होती है उम्र। अमेरिका के वर्जीनिया स्थित चैरिटी नेशनल स्लीप फाउंडेशन के मुताबिक, उम्र के हिसाब से इतनी नींद लेना जरूरी है।


नवजात (0-3 महीने) - नवजात को हर दिन 14 से 17 घंटे की नींद लेनी चाहिए। हालांकि 11 से 13 घंटे की नींद भी उनके पर्याप्त है। वहीं 19 घंटे से ज्यादा नहीं सोने की सलाह दी जाती है।


शिशु (4-11 महीने) - शिशुओं के लिए 12 से 15 घंटे की नींद लेने की सलाह दी गई है। कम से कम 10 घंटे भी पर्याप्त है। इनकी नींद कभी भी 18 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए।

छोटा बच्चा (1-2 साल) - इनके लिए 11 से 14 घंटों की नींद की सलाह दी गई है लेकिन 9 से 16 घंटे तक की नींद इनके लिए चल सकती है।

स्कूल जाने से पहले की उम्र के बच्चे (3-5 साल) - इनके लिए 10 से 13 घंटों की नींद की सलाह देते हैं। 8 घंटे से कम और 14 घंटे से ज्यादा की नींद इन बच्चों के लिए सही नहीं मानी जाती।


स्कूल जाने की उम्र के बच्चे (6-13 साल) - इन बच्चों के लिए 9 से 11 घंटे नींद की सलाह देता है। इनके लिए 7 से कम और 11 से ज्यादा घंटे की नींद सही नहीं मानी जाती।


किशोरावस्था (14-17 साल) - 8 से 10 घंटे की नींद की सलाह दी गई है लेकिन 7 से कम और 11 से ज्यादा घंटों की नींद सही नहीं मानी जाती।

वयस्क (18-25 साल) - नौजवान वयस्कों के लिए 7-9 घंटों की सलाह दी गई है लेकिन ये 6 घंटे से कम और 11 घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए। 26 से 64 आयु वर्ग के लोगों के लिए भी यही मानक रखा गया है। 

बुजुर्ग (65 साल से ज़्यादा) - इस उम्र के लोगों के लिए 7-8 घंटे की नींद की सलाह दी गई है। इन्हें 5 घंटे से कम और 9 घंटे से ज्यादा नहीं सोना चाहिए।

 

ज्यादा नींद नुकसानदायक

यूनिवर्सिटी ऑफ मायामी मिलर स्कूल की रिसर्च के अनुसार, वयस्कों के लिए 9 घंटे से ज्यादा का नींद नुकसानदायक है। यदि 7 वर्ष तक 9 घंटे से ज्यादा नींद ली जाए तो इसका असर याददाश्त पर पड़ता है। 


ये है अच्छी नींद के फायदे

डॉ. के.एम. नाधीर के अनुसार, ‘नींद की कमी से दिमाग का वह हिस्सा सबसे अधिक प्रभावित होता है, जो हमारी तर्कशीलता को कंट्रोल करता है। इसे प्रेफेंटाल कोर्टेक्स कहा जाता है। जो लोग पर्याप्त नहीं लेते हैं, उनका दिमाग तेज चलता है। ’

-नींद का मतलब केवल मन और मस्तिष्क को आराम देना नहीं, बल्कि जब हम सो रहे होते हैं तो हमारा शरीर काम कर रहा होता है। इस समय के दौरान, हमारे शरीर में मांसपेशियों का पुनर्निर्माण होता है। ये महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं हैं जो हमारे मन और शरीर को ठीक से चलते रहें के लिए चाहिए होती हैं।     

-हमारे इम्यून सिस्टम को सही रखने और मेटाबोलिज्म को सुधारने के लिए पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है।     

-एक अच्छी नींद से मोटापे, बीपी जैसी बीमारियों से दूर रहा जा सकता है।

-अच्छी नींद से चेहरे की रंगत बढ़ जाती है और आंखों के डार्क सर्किल को भी कम कर सकती है।

-अच्छी नींद तनाव मुक्त रखती है और साथ ही हमारे अंदर पूरा दिन आत्मविश्वास भरा रहता है, जिससे हम सभी को कामों को मन से कर पाते है। 

-अच्छी नींद लम्बी उम्र प्रदान करती है. इससे हमारी यादद्श्त तेज होती है  और साथ ही थकान नही होती है।

-अच्छी नींद से अल्झाइमर जैसी बीमारियां दूर होती हैं।

डॉ. केएम नाधीर कहते हैं कि नींद कमी से गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इससे ऑफिस या स्कूल में प्रदर्शन पर असर पड़ता है। दोस्तों, सहकर्मियों और रिश्तेदारों से संबंंध बिगड़ने का खतरा है। इसलिए पर्याप्त नहीं लें। 

 

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स्वास्थ्य आलेख www.myUpchar.com द्वारा लिखे गए हैं