सर्दियों में कटे-फटे होठ हैं परेशानी का सबब, ऐसे रखें ख्याल
कटे-फटे होठ खासतौर पर सर्दियों में बहुत ज्यादा परेशानी की वजह होते हैं। कई बार तो हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि उनसे खून तक निकलने लगता है। स्वास्थ्य और आपके चेहरे की खूबसूरती के हिसाब से भी कटे-फटे...
कटे-फटे होठ खासतौर पर सर्दियों में बहुत ज्यादा परेशानी की वजह होते हैं। कई बार तो हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि उनसे खून तक निकलने लगता है। स्वास्थ्य और आपके चेहरे की खूबसूरती के हिसाब से भी कटे-फटे होठ होना अच्छी बात नहीं है। इसकी प्रमुख वजहें होती हैं-
मौसम में बदलाव, खासतौर पर सर्दियों का आना
होठों पर बहुत ज्यादा बार जुबान फिराना
कुछ दवाएं जो स्किन को रूखा बनाती हैं
कोई इन्फेक्शन, इसमें होठों का किनारा फट जाता है
अल्कोहल सेवन की आदत भी वजह हो सकती है
होंठ फटने के लक्षण
आमतौर पर तो सूखे होठों का इलाज घरेलू नुस्खों या साधारण दवाईयों से हो जाता है। लेकिन अगर होठों का सूखापन कटने-फटने में तब्दील होने लगे तो त्वचा रोग विशेषज्ञ से तुरंत संपर्क साधना चाहिए। कटे-फटे होठों के लक्षण इस प्रकार हैं-
सूखापन
पपड़ियां निकलना
परतें बनना
घाव
सूजन
दरारें
खून निकलना
होंठ कटने-फटने की वजह
हमारे होठों में त्वचा की तरह तेलीय ग्रंथियां नहीं होतीं। इसका जाहिर सा मतलब है कि होंठ सूखने की आशंका सबसे ज्यादा होती है। सर्दियों के मौसम जैसी आद्र्रता की कमी स्थिति को और बिगाड़ देती है। यही स्थिति भीषण गर्मी के दौरान भी बन सकती है। डिहाइड्रेशन या कुपोषण के शिकार लोगों को भी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
कुछ दवाएं भी जिम्मेदार
जरूरत से ज्यादा विटामिन ए
रेटिनॉइड्स (रेटिन-ए, डिफरिन)
लिथियम (बायपोलर डिसऑर्डर के इलाज में इस्तेमाल)
केमोथैरेपी ड्रग्स
होठों के कटने-फटने में चेलाइटिस की मुख्य भूमिका होती है। इसमें होठों के कोने कट जाते हैं और होठों पर दरारें बन जाती हैं। इस स्थिति होठों की स्थिति-
गहरे गुलाबी या लाल
फफोले जैसे उभर आना
होठों की अंदरुनी सतह पर छाले
होठों की सतह पर सफेद प्लाक जमना
होंठ कटने-फटने की वजह
मौसम में बदलाव
क्रोन्स जैसी बीमारी
दांतों की परेशानी
बहुत ज्यादा लार आना
दरारों से बैक्टेरिया का घुस जाना
दांतों में आर्थोडोंटिक ब्रेस, डेंचर पहनने वाले या पेसिफायर्स इस्तेमाल करने वाले लोगों को भी चेलाइटिस हो सकता है।
डिहाड्रेशन भी वजह
डिहाइड्रेशन के कारण भी होठ कट-फट सकते हैं, इसलिए जितना ज्यादा पानी पी सकते हों पीएं, लेकिन एक बात का खयाल रखें कि पानी पीने की मात्र उम्र, लिंग और शारीरिक गतिविधियों के आधार पर तय की जाती है। दरअसल जब हमारा शरीर डिहाइड्रेटेड हो जाता है तो यह अन्य अंगों से नमी को खींचता है, ऐसे में त्वचा और खासतौर पर होठ भी सूखेपन का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में डिहाइड्रेशन के लक्षण जानना बहुत जरुरी है-
चक्कर आना
कब्ज
ज्यादा पेशाब होना
मुंह सूखना
सिरदर्द
लो ब्लडप्रेशर
बुखार
दम लगना
धड़कन तेज होना
चक्कर आना
कुपोषण की भी भूमिका
कुपोषण की स्थिति में भी होठों के कटने-फटने की समस्या देखने में आती है। इसके अधिकांश लक्षण डिहाइड्रेशन जैसे ही होते हैं। कुछ अतिरिक्त लक्षण-
मांसपेशियां कमजोर होना
दांत खराब होना
पेट फूल जाना
हड्डियां कमजोर होना
कैसे हो उपचार
सबसे पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके होठों को पर्याप्त नमी मिले। उम्र बढ़ने के साथ इन बातों का ज्यादा खयाल रखने की जरुरत होती है। नमी हासिल करने के तरीके-
पूरे दिन होठों पर लिप बाम लगाएं, बाहर जाने से पहले कम से कम एसपीएफ 15 का लिप बाम लगाएं
ज्यादा पानी पीएं
घर पर ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल
सर्दियों से बचाव
सूरज की सीधी रोशनी से बचें
सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें
किस लिप बाम से बचें
मेंथॉल या मिंट फ्लेवर वाले लिप बाम इस्तेमाल न करें। यह कुछ देर आपको ठंडक देंगे, लेकिन मिंट का मूल स्वभाव सूखा करना है और यह आपकी कटे-फटे होठों की समस्या को और अधिक बढ़ा देगा।
इनसे मिलेगा फायदा
पेट्रोलियम जैली
लेनोलिन
बीसवैक्स
सेरामाइड्स
अधिक जानकारी के लिए देखें: https://www.myupchar.com/tips/black-lips-treatment-in-hindi
स्वास्थ्य आलेख www.myUpchar.com द्वारा लिखे गए हैं