लैब में तैयार लघु-ट्यूमरों पर किया गया दवाईयों का परीक्षण
वैज्ञानिकों ने मरीजों में होने वाले ट्यूमर का लघु रूप प्रयोगशालाओं में सफलतापूर्वक तैयार किया और उन पर दर्जनभर दवाओं का परीक्षण कर सर्वश्रेष्ठ संभव उपचार खोजने की कोशिश की। जर्नल साइंस में...
वैज्ञानिकों ने मरीजों में होने वाले ट्यूमर का लघु रूप प्रयोगशालाओं में सफलतापूर्वक तैयार किया और उन पर दर्जनभर दवाओं का परीक्षण कर सर्वश्रेष्ठ संभव उपचार खोजने की कोशिश की।
जर्नल साइंस में प्रकाशित शोध में शोधकर्ताओं ने कई दवाओं से प्रयोगशालाओं में विकसित लघु ट्यूमर का उपचार किया। इसमें पाया गया कि एक दवा ऐसी है जो दस में से नौ मामलों में मरीजों के ट्यूमर को घटाने का काम करती है।
जिन दवाओं ने मरीजों पर असर नहीं किया, उनका लघु-ट्यूमर पर भी असर नहीं पड़ा। इससे यह पता लगाया जा सकेगा कि दवाएं किस स्थिति में काम नहीं करेंगी। ब्रिटेन के द इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर रिसर्च के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में यह शोध आंतों, पेट और पाचन तंत्र से संबंधित अन्य किस्म के कैंसर को लेकर किया गया।
शोधकर्ताओं का मानना है कि कैंसर कोशिकाओं को इस तरह से विकसित करने से यह पता लगाना आसान होगा कि वह शरीर के भीतर किस तरह से होती हैं।