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इंटरनेट से करीबी बना सकती है दिल का मरीज

इंटरनेट पहले जरूरत था अब यह लत या नशे का रूप ले रहा है। इसके परिणामस्वरूप इन्सान की सेहत पर खराब प्रभाव भी देखने को मिलने लगे हैं। एक शोध में पता चला है कि इंटरनेट का जादू लोगों सिर चढ़कर बोल रहा है।...

इंटरनेट से करीबी बना सकती है दिल का मरीज
एजेंसी,रोमThu, 01 Jun 2017 09:35 PM
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इंटरनेट पहले जरूरत था अब यह लत या नशे का रूप ले रहा है। इसके परिणामस्वरूप इन्सान की सेहत पर खराब प्रभाव भी देखने को मिलने लगे हैं। एक शोध में पता चला है कि इंटरनेट का जादू लोगों सिर चढ़कर बोल रहा है। इससे दूरी के कारण कुछ लोगों में हृदयगति और रक्तचाप बढ़ने की समस्या होने लगी है।

ब्रिटेन के स्वानसी और इटली के मिलान के शोधकर्ता 144 इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों पर अध्ययन कर इस नतीजे पर पहुंचे हैं। इन लोगों की इंटरनेट इस्तेमाल करने के पहले और बाद में हृदयगति और रक्तचाप की निगरानी की गई। विशेषज्ञों ने देखा कि इंटरनेट इस्तेमाल करने के बाद इनमें बेचैनी का स्तर, हृदयगति और रक्तचाप बढ़े हुए थे।

विशेषज्ञों का कहना था कि इनके शारीरिक प्रतिक्रियाएं नशाखोरों के जैसी थीं। अध्ययन के दौरान जहां अधिकांश इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की हृदयगति में चार फीसदी बढ़त देखी गई, कुछ में मानसिक बदलाव भी सामने आए। कुछ ऐसे लोग भी थे, जिनकी हृदयगति 10 फीसदी तक बढ़ गई। 

प्लसवन पत्रिका में प्रकाशित इस शोध में शोधकर्ताओं ने कहा कि यह बदलाव जानलेवा तो नहीं हैं, मगर सेहत के प्रमुख लक्षणों में यह इजाफा हॉर्मोन के स्तर में बदलाव कर सकता है। लंबे समय तक यह स्थिति बनी रहने पर हमारी रोग प्रतिधक क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।
 

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