Plastic Surgery Day : सिर्फ मॉडल ही नहीं कराती हैं ये सर्जरी, जानें इससे जुड़े ये 6 मिथ और हकीकत
लोग अपने शरीर सुंदरता बढ़ाने के लिए कई तरह के नुस्खे अपनाते हैं। इसके लिए कॉस्मेटिक और रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी भी उपलब्ध हैं। हालांकि इसके बारे में कई भ्रम भी लोगों के बीच फैले हैं। आज प्लास्टिक सर्जरी...
लोग अपने शरीर सुंदरता बढ़ाने के लिए कई तरह के नुस्खे अपनाते हैं। इसके लिए कॉस्मेटिक और रीकंस्ट्रक्टिव सर्जरी भी उपलब्ध हैं। हालांकि इसके बारे में कई भ्रम भी लोगों के बीच फैले हैं। आज प्लास्टिक सर्जरी डे के मौके पर फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के प्लास्टिक एवं कॉस्मेटिक सर्जरी विभाग में वरिष्ठ सलाहकार डॉ. प्रीति पांड्या ने इससे जुड़े भ्रम और हकीकत से पर्दा उठाया। स्तन प्रत्यारोपण से जुड़े मिथक और तथ्य यहां जा सकते हैं।
मिथक 1 : सिर्फ मॉडल और हीरोइन ही कराती हैं ब्रेस्ट इंप्लांट
तथ्यः कई लोगों का मानना है कि स्तन प्रत्यारोपण सिर्फ ग्लैमर उद्योग के लोगों के लिए हैं। ब्रेस्ट एनहैंसमेंट (स्तन संवर्धन) दुनिया की सबसे पसंदीदा कॉस्मेटिक सर्जरियों में से एक है। इसे शारीरिक रूप से स्वस्थ कोई भी महिला करवा सकती है, चाहे वह ग्रहिणी हो, मॉडल या हीरोइन कोई भी हो।
मिथक 2 : कोई भी कॉस्मेटिक सर्जन यह प्रक्रिया कर सकता है
तथ्यः जैसे कोई भी ड्राइवर विमान नहीं उड़ा सकता है, ठीक इसी तरह कोई भी सर्जन स्तन संवर्धन नहीं कर सकता है। अगर आप अच्छे परिणाम पाना चाहते हैं तो आपको प्रशिक्षित और अनुभवी प्लास्टिक सर्जन के पास जाना चाहिए जो आपकी सर्जरी करे। स्तन सर्जरी में विशेषज्ञता हासिल कर चुके प्लास्टिक सर्जन आपके लिए सबसे बेहतर साबित हो सकते हैं।
मिथक 3 : आपको कुछ वर्षों के अंतराल के बाद इंप्लांट बदलने पड़ते हैं
तथ्यः किसी भी मेडिकल डिवाइस के जीवन भर टिकने की कोई गारंटी नहीं होती है और यही बात इंप्लांट के लिए भी सच है। लेकिन इन्हें प्रत्येक कुछ वर्षों के अंतराल पर बदलने का कोई निर्देश नहीं है। अगर आप स्वस्थ हैं और कोई परेशानी नहीं है तो आप जितने समय तक चाहें यह बना रह सकता है। किसी भी परेशानी से बचने के लिए एकमात्र जरूरत डॉक्टर से नियमित जांच कराने की है।
मिथक 4 : आप जो भी चाहें आकार चुन सकते हैं
तथ्यः इंप्लांट का आकार आपके शरीर के आकार और बनावट पर निर्भर करता है। त्वचा का प्रकार, मांसपेशियों की मात्रा और सीने का आकार इंप्लांट के आकार और प्लेसमेंट के बारे में निर्णय लेने में मदद करता है। जरूरत से बड़े इंप्लांट से लुक अस्वाभाविक दिख सकता है।
मिथक 5 : ब्रेस्ट इंप्लांट से शिशु को स्तनपान में होती है दिक्कत
तथ्यः इंप्लांट सामान्य तौर पर स्तनपान में कोई परेशानी नहीं पैदा करता है। इन्हें इस तरह से लगाया जाता है कि वे दूध का उत्पादन करने वाली ग्रंथियों और नलियों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। कई महिलाओं को कोई इंप्लांट होने के बावजूद स्तनपान कराने में कोई परेशानी नहीं होती है।
मिथक 6 : इंप्लांट के निशान नहीं जाते हैं
तथ्यः सर्जरी की प्रक्रिया ऐसी जगह पर की जाती है, जो ढकी रहती है। इसके अलावा ये समय के साथ हल्के पड़ जाते हैं और इसलिए ये स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते हैं।
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