Plastic Surgery Day : सुंदरता बढ़ाने के अलावा भी ये भी हैं फायदे, जानें प्लास्टिक सर्जरी के बारे में सबकुछ
आमतौर पर प्लास्टिक सर्जरी को कॉस्मैटिक सर्जरी के समान माना जाता है और इसलिए प्लास्टिक सर्जन का एकमात्र कार्य लोगों का सौंदर्य बढ़ाना माना जाता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि किसी को खूबसूरत बनाना...
आमतौर पर प्लास्टिक सर्जरी को कॉस्मैटिक सर्जरी के समान माना जाता है और इसलिए प्लास्टिक सर्जन का एकमात्र कार्य लोगों का सौंदर्य बढ़ाना माना जाता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि किसी को खूबसूरत बनाना प्लास्टिक सर्जन की विषेशज्ञता है, हालांकि विकृति और विकलांगता को ठीक करने में भी प्लास्टिक सर्जन्स की बड़ी भूमिका होती है। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में प्लास्टिक सर्जरी के कंस्लटेंट डा. अमिताभ सिंह ने इस बारे में जानकारी दी।
क्या है प्लास्टिक सर्जरी
प्लास्टिक सर्जरी जन्मजात या चोट (जलने, दुर्घटना, युद्ध आदि) या किसी सर्जरी की वजह से विकृति और फंक्शन में नुकसान से पीड़ित लोगों के जीवन को सरल बनाने की कोशिश करती है।
प्लास्टिको से बना प्लास्टिक
वास्तव में ‘प्लास्टिक’ शब्द ग्रीक शब्द ‘प्लास्टिको’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘सांचे में ढालना या टु मोल्ड’ और प्लास्टिक सर्जरी का सार है - टिश्यू को अधिक सौंदर्य रूप में ढालना या विकृति को सही या फंक्शन प्रदान करना है।
प्राचीन भारत में मौजूद थी प्लास्टिक सर्जरी
यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात है कि हमारे देश में ही प्लास्टिक सर्जरी के बीज बोए गए थे और दुनिया भी करीब 3000 ईसा पूर्व ‘सुश्रुत संहिता’ में उल्लिखित वैज्ञानिक विचार प्रक्रिया तथा विभिन्न पुनर्निर्माण प्रक्रियाओं के लिए सर्जिकल चरणों में परिलक्षित अनुभव, विषेश रूप से ‘राइनोप्लास्टी’ (नाक का काम) को स्वीकार करती है। प्राचीन भारत में व्याभिचार के दोषियों और युद्ध बंदियों की नाक काटना सजा का सामान्य रूप था, इसलिए राइनोप्लास्टी (नाक को ठीक करना) काफी प्रचलित कला थी, जो भारत ने समूचे विश्व को दी।
World War ने बढ़ाई मांग
युद्ध (विश्व युद्ध) के दौरान अंगभंग ने पुनर्निर्माण प्लास्टिक सर्जरी की भारी मांग पैदा की और यह विषेशज्ञता इस युग में पुनर्जन्म की तरह थी। सिर से लेकर पैर तक विभिन्न तरह की विकृतियों को सही करने के लिए प्लास्टिक सर्जिकल प्रक्रियाओं की एक श्रृंखला विकसित की गई, जिसमें जन्म के समय से कान की छोटी विकृति को सही करना (ओटोप्लास्टी) से लेकर पैर की हड्डी का उपयोग कर जबड़े के पुनर्निर्माण (माइक्रोवैस्कुलर फिबुला फ्लैप) की जटिल प्रक्रिया, बांह में आघात के कारण पक्षाघात की स्थिति में कामकाज करने में सक्षम बनाने (माइक्रोन्यूरल रिकंस्ट्रक्शन ऑफ ब्रेकियल प्लेक्सेस और फ्री फंक्शनिंग मसल ट्रांसफर), चेहरे के पक्षघात के मामले में फंक्शन को सक्षम करने के लिए मांसपेशी हस्तांरण, पैर के अंगूठे को हाथ में अंगूठे की जगह हस्तांतरित करने या लिंग परिवर्तन सर्जरी (जेंडर रीअसाइनमेंट सर्जरी) शामिल हैं।
नया क्या है
इस श्रृंखला में नवीनतम है हैंड ट्रांसप्लांट और फेस ट्रांसप्लांट। संतोशजनक बात यह है कि ये सभी प्लास्टिक सर्जरी छोटी (नर्व प्लास्टी के मरीज के लिए टेंडन ट्रांसफर) या बेहद परिष्कृत (जैसे कि फेस ट्रांसप्लांट) होती हैं। बर्न मैनेजमेंट यानी आग से जलने, बिजली से जलने और एसिड से जलने व इसके परिणामस्वरूप होने वाली विकृतियों को सही करने के लिए जिला स्तर के अस्पतालों में संसाधनों बढ़ाने से काफी लाभ होगा। जन्म से फटे होंठ या कटे तालू की विकृति (क्रानियोफेसियल क्लीफ्ट्स) को सही करने के लिए बहुत सारी प्लास्टिक सर्जरी का काम किया जा रहा है। हालांकि कई अन्य जन्मजात दोषों जैसे हाथ की विकृति, चेहरे की विकृति (क्रानियोसिनेस्टोसिस), बाहरी यूरिनरी/जननांग प्रणाली की विकृति (हाइपोस्पेडिया) के निदान और समय पर प्रबंधन के लिए प्लास्टिक सर्जरी विषेशज्ञता प्रदान करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाने चाहिए।
प्लास्टिक सर्जन्स का मानना है कि टिश्यू का एक समय होता है। कटने-फटने की आपात स्थिति में प्लास्टिक सर्जन कटे हुए हाथों, अंगों और उंगलियों का पुनः प्रत्यारोपण करते हैं। गर्म और नम वातावरण में टिश्यू का तेजी से क्षय होता है और सर्जिकल हस्तक्षेप से सकारात्मक परिणाम के लिए
शरीर के इन अंगों के परिवहन का सही तरीका है कोल्ड चेन को बनाए रखना है। चेहरे की हड्डियों में फ्रैक्चर, चेहरे के सॉफ्ट टिष्यू में चोट, हाथ में चोट और जलने जैसी आपात स्थिति में भी प्लास्टिक सर्जन्स उपचार करते हैं।
खूबसूरती बढ़ाने में भी कारगर
इनके अलावा प्लास्टिक सर्जरी की दुनिया ग्लैमर और चमक-दमक से कहीं बढ़कर है। एंटी-ऐजिंग सर्जरी और चेहरे तथा षरीर को खूबसूरत बनाने की काफी मांग है, षरीर को समरूप बनाने की समान्य प्रक्रिया लिपोसक्षन है। वजन में अत्यधिक कमी के बाद (बैरिएट्रिक बॉडी समरूपन के बाद) षरीर को समरूप बनाना प्लास्टिक सर्जरी में नई विधा है। औैर रीजेनरेटिव मेडिसिन अभी भी नई है जिसमें प्लास्टिक सर्जन्स जीवन चक्र को पलटने में सक्षम हो सकते हैं। वैसे भी, प्लास्टिक सर्जरी आवष्यक है और संपूर्ण समाज को समृद्ध कर रही है।
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