वजन उठाने के व्यायाम से दूर होगा डिप्रेशन
अवसाद से दुनिया में एक बड़ी आबादी जूझ रही है। खास बात यह है कि इससे समाज का कोई एक वर्ग या समुदाय ही प्रभावित नहीं है, बल्कि यह किसी को भी अपनी गिरफ्त में ले सकता है। एक अध्ययन में कहा गया है कि...
अवसाद से दुनिया में एक बड़ी आबादी जूझ रही है। खास बात यह है कि इससे समाज का कोई एक वर्ग या समुदाय ही प्रभावित नहीं है, बल्कि यह किसी को भी
अपनी गिरफ्त में ले सकता है। एक अध्ययन में कहा गया है कि भारी वजन उठाने वाले व्यायाम करके डिप्रेशन को काबू में किया जा सकता है।
यह अध्ययन आयरलैंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ लिमरिक में किया गया। इसमें दो हजार लोगों पर किए गए 33 अध्ययन के नतीजे शामिल हैं। शोधकर्ता इन अध्ययनों का आकलन कर इस नतीजे पर पहुंचे हैं। शोधकर्ताओं ने देखा कि वजन उठाने वालों में अवसाद के लक्षण अप्रत्याशित रूप से कम हुए। अध्ययन में विशेषज्ञों ने देखा कि डिप्रेशन से जूझ रहे लोग कुछ न कुछ शारीरिक और मानसिक समस्याओं से भी जूझ रहे होते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि व्यायाम करने से शरीर में विकास को बढ़ावा देने वाले प्रोटीन का उत्पादन अधिक होता है। यह मस्तिष्क में बनने वाले नए कनेक्शन के साथ होता है, जो हमारे शरीर के अंगों के विकास में मदद करता है और इससे अवसादग्रस्त व्यक्ति को बेहतर महसूस होता है। व्यायाम करने से शरीर में रक्त का संचार बेहतर तरीके से होता है, जिससे संपूर्ण स्वास्थ्य पर अच्छा असर होता है और नींद भी अच्छी आती है।