कोहनी काली पड़ जाए तो ब्लड शुगर की जांच जरूर कराएं
क्या आपकी कोहनी और घुटने काले पड़ गए हैं? अगर हां तो एक बार ब्लड शुगर की जांच जरूर कराएं। संभव है कि आप या तो टाइप-2 डायबिटीज के शिकार हो चुके हों या फिर उसकी जद में आने की कगार पर पहुंच गए हों।...
क्या आपकी कोहनी और घुटने काले पड़ गए हैं? अगर हां तो एक बार ब्लड शुगर की जांच जरूर कराएं। संभव है कि आप या तो टाइप-2 डायबिटीज के शिकार हो चुके हों या फिर उसकी जद में आने की कगार पर पहुंच गए हों। अमेरिका स्थित ‘द मेयो क्लीनिक’ के हालिया अध्ययन में यह आशंका जताई गई है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने पर त्वचा कड़ी होने लगती है। यही नहीं, नसों में खून का खक्का जमने का खतरा भी बढ़ जाता है। इससे कोहनी और घुटने की त्वचा काली पड़ने के अलावा गर्दन के पिछले हिस्से में धब्बे उभरने की समस्या सता सकती है। मुख्य शोधकर्ता रीव कीव्स ने बताया कि टाइप-2 डायबिटीज में अग्नाशय या तो पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन पैदा नहीं करता या फिर उसके इस्तेमाल की शरीर की क्षमता कमजोर पड़ जाती है। फास्टफूड का सेवन, व्यायाम से दूरी और अधूरी नींद इसकी मुख्य वजह है। खात बात यह है कि डायबिटीज अपनी दस्तक से पहले कई संकेत देती है। व्यक्ति अगर इन्हें भांपकर स्वस्थ जीवनशैली अपनाने लगे तो वह डायबिटीज को दूर रख सकता है।
मुंह की दुर्गंध को हल्के में न लें
-इससे पहले, ‘आईओेएसार जर्नल ऑफ डेंटल एंड मेडिकल साइंसेज’ में छपे अध्ययन में मुंह की दुर्घंध को हल्के में न लेने की सलाह दी गई थी। शोधकर्ताओं ने पाया था कि डायबिटीज से जूझ रहे मरीजों के न सिर्फ खून, बल्कि मुंह में भी ग्लूकोज का स्तर ज्यादा हो सकता है। कीटाणु इसी ग्लूकोज को खाने के तौर पर इस्तेमाल करते हैं। वे दांतों और मंसूड़ों के बीच के हिस्से में घर बनाने लगते हैं। इससे दांत-मंसूड़ों में सड़न के साथ मुंह से तीव्र दुर्गंध आने की समस्या पनप सकती है, जो बार-बार ब्रश करने पर भी दूर नहीं होती।