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हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 में डॉक्टर सतचिन पांडा ने बताया किस तरह भोजन करने से दूर होगा मोटापा

हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 के दूसरे दिन शनिवार को डॉ. सतचिन पांडा ने न्यूट्रीशन, ओबेसिटी पर बात करते हुए कहा कि न्यूट्रीशन रॉकेट साइंस नहीं है। पहले के समय में जब कोई बच्चा...

हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 में डॉक्टर सतचिन पांडा ने बताया किस तरह भोजन करने से दूर होगा मोटापा
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSat, 07 Dec 2019 06:38 PM
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हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 के दूसरे दिन शनिवार को डॉ. सतचिन पांडा ने न्यूट्रीशन, ओबेसिटी पर बात करते हुए कहा कि न्यूट्रीशन रॉकेट साइंस नहीं है। पहले के समय में जब कोई बच्चा पैदा होता था तो उसकी औसत आयु लगभग 50 वर्ष मानी जाती थी लेकिन आज के समय में एक व्यक्ति की औसत आयु 70 से 73 वर्ष मानी जाती है। वक्त के साथ विज्ञान ने मनुष्य को लंबे जीवन का वरदान तो दिया लेकिन प्रश्न यह उठता है कि क्या यह लंबा जीवन स्वस्थ भी है। 20 साल  अतिरिक्त मिले इस जीवन को सेहतमंद तरीके से गुजारने के लिए  डॉक्टर सैचिन पांडा बताते हैं कि आखिर डाइट में कौन से न्यूट्रिशन शामिल करें और किस न्यूट्रिशन को एवॉइड करना चाहिए।  

पूरे दिन में कितने घंटे भोजन करने से मिलेगा, बीपी, शुगर, मोटापे से निजात-

डॉक्टर बताते हैं कि जिस तरह हमारे दिमाग को थकने पर एक अच्छी नींद और रिपेयर होने के लिए एक डाउन टाइम की जरूरत होती है। ठीक उसी तरह शरीर के बाकी अंगों को भी थकान मिटाने के लिए एक डाउनटाइम की जरूरत होती है और यह डाउनटाइम तब आता है जब हम उपवास रखते हैं। डॉक्टर बताते हैं जब व्यक्ति इस सीक्डेयिम रिद्दम को तोड़ता है तो वो ओबेसिटी, शुगर, हृदय रोग, डिप्रेशन और यहां तक की कैंसर का भी शिकार बन जाता है।   

#HTLS2019 । डॉ. सतचिन पांडा (@SatchinPanda) ने कहा, हमारे शरीर के हर अंग का अपना बॉडीक्लॉक है और हर अंग को डाउनटाइम चाहिए होता है#HTLS #BetterTomorrow pic.twitter.com/fIRZ2GPfHv

डॉक्टर बताते हैं कि उनके द्वारा 100 चूहों पर एक शोध किया गया। जिसमें उनके शुगर और ओबेसिटी का इलाज किया गया। उन्होंने चूहों को 8 से 12 घंटे तक ही भोजन दिया। इस शोध में देखा गया कि ये चूहे हेल्दी चूहों की ही तरह स्वास्थ पाए गए। उन्होंने बताया कि इस शोध से पता चलता है कि अच्छा न्यूट्रिशन इस बात पर निर्भर करता है कि हम क्या , कितना और कब खा रहे हैं।   

बैली फैट, शुगर और हाई बीपी पर बात करते हुए डॉक्टर कहते हैं कि ऐसे मरीजों को उन्होंने 10 घंटे तक सबकुछ खाने के लिए कहा। जिसमें कुछ मरीजों ने सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे का समय चुना तो कुछ ने सुबह 10 बजे से रात 8 बजे का समय चुना। इस शोध के 12 हफ्ते बाद उन्होंने पाया कि इस शोध में भाग लेने वाले ज्यादातर सभी लोगों का वजन कम होने के साथ उनका पेट के नीचे का फैट, शुगर, हाई बीपी सभी नियंत्रित पाया गया।    

डॉक्टर ने बताया कि इस तरह के शोध को करते हुए उन्होंने इसमें भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों के ब्लड शुगर की हर 15 मिनट पर जांच की थी। उन्होंने बताया कि 5 साल से लेकर 50 साल तक के सभी स्वास्थ्य मनुष्यों को 12 घंटे के भीतर भोजन कर लेना चाहिए। हालांकि उन्होंने टाइप-1 शुगर वाले लोगों को एतिहात बरतने के लिए कहा है। दूसरा डॉक्टर उन लोगों को भी सतर्कता बरतने के लिए कहते हैं जो लोग किसी तरह की कोई दवाई का सेवन कर रहे हैं। ऐसे लोगों को अपने डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही 12 घंटे के भीतर खाना और 14 घंटे फास्ट रखना चाहिए। सामान्य अवस्था में डॉक्टर लोगों को डॉक्टर की सलाह लेते हुए 8 घंटे भोजन और 16 घंटे उपवास रखने की सलाह देते हैं।  

चीट डे पर क्या कहते हैं डॉक्टर-
डॉक्टर बताते हैं कि इस डाइट के अनुसार व्यक्ति पूरे हफ्ते में 1 दिन चीट डे के लिए रख सकते हैं। बाकी पूरे 5 दिन व्यक्ति को 9 घंटे खाकर 15 घंटे उपवास रखना चाहिए। 

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