अजब-गजब: मां के गर्भ में चेहरा पहचानने की कला सीखता है भ्रूण
दुनिया में आने से पहले ही मां के गर्भ में शिशु में कई तरह की समझ विकसित होने लगती है। इसका ताजा उदाहरण है यह अध्ययन, जिसमें विशेषज्ञों ने देखा कि गर्भस्थ शिशु चेहरा पहचानने की कला सीखने लगता है।...
दुनिया में आने से पहले ही मां के गर्भ में शिशु में कई तरह की समझ विकसित होने लगती है। इसका ताजा उदाहरण है यह अध्ययन, जिसमें विशेषज्ञों ने देखा कि गर्भस्थ शिशु चेहरा पहचानने की कला सीखने लगता है। लैंकास्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 4डी स्कैन की मदद से यह अध्ययन किया है।
विशेषज्ञों ने गर्भ में पल रहे शिशु की रोशनी पर प्रतिक्रिया के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है। उन्होंने देखा कि गर्भ से छन कर आ रही रोशनी में चेहरे की आकृति बनने पर शिशु की भाव-भंगिमाएं अलग तरह की थीं। चेहरे की आकृति नहीं बनने पर उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। प्रमुख शोधकर्ता प्रोफेसर विंसेंट रीड का कहना है कि इस अध्ययन से भ्रूण के दृष्टि विकास का क्रम समझने में आसानी होगी।
शोध के दौरान विशेषज्ञों ने रोशनी की मदद से 34 हफ्ते के भ्रूण को मां के गर्भ में बिंदुओं की मदद से आंखें या चेहरे की आकृति दिखाने का प्रयास किया। उन्होंने देखा कि चेहरे की आकृति बनने पर भ्रूण ने सिर हिलाया और उस आकृति पर गौर किया।
कोई अन्य आकृति बनने पर शिशु की कोई प्रतिक्रिया नहीं थी। यह शोध करंट बायोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित हो चुका है। प्रोफेसर रीड का कहना है कि भ्रूण का मस्तिष्क विकास चेहरे पहचानने की तर्ज पर होतो है। इसलिए वह दूसरी तरह की आकृतियों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है।