Baba Ramdev Yoga Tips : इन 3 योगासनों और आयुर्वेद टिप्स से घटाएं पेट की चर्बी, देखें Video
कई बीमारियों की जड़ मोटापा कम करने के लिए लोग न जाने कितने जतन करते हैं। मोटापा घटाने की कोशिश में लगे लोग पेट, कमर और जांघ पर जमा फैट से सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं। इसे कम करने...
कई बीमारियों की जड़ मोटापा कम करने के लिए लोग न जाने कितने जतन करते हैं। मोटापा घटाने की कोशिश में लगे लोग पेट, कमर और जांघ पर जमा फैट से सबसे ज्यादा परेशान रहते हैं। इसे कम करने में 3 योगासन हमारी मदद कर सकते हैं। ये अर्द्धहलासन, पाद वृत्तासन और द्विचक्रिकासन हैं। यहां नीचे दिए जा रहे वीडियो में योगगुरु बाबा रामदेव खुद इन सभी आसनों को करने का तरीका बता रहे हैं। इसके साथ वह मोटापा कम करने के कुछ आयुर्वेदिक टिप्स भी दे रहे हैं।
अर्द्धहलासन
इस आसन को करने के लिए पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं। हथेलियां जमीन की ओर रहेंगी और जांधों के बगल में रहेंगी। ध्यान रखें उन्हें पैरों के नीचे न दबाएं।
पैरों को आपस में मिला लें और धीरे-धीरे उठाते हुए नब्बे डिग्री तक ले आएं। सांस की गति सामान्य रखें और इसी तरह से कुछ देर तक ठहरने का अभ्यास करें। इसे बढ़ाकर तीन मिनट तक ले जा सकते हैं।
हाथों से ताकत न लें कमर और पेट की ताकत का इस्तेमाल करें। ध्यान रहे सांस की गति सामान्य रहेगी क्योंकि अगर आप बीच-बीच में सांस रोकते रहेंगे तो आपके पैर डगमगाने लगेंगे।
अर्ध हलासन के फायदे : मोटापा कम करने के अलावा इस आसन के नियमित अभ्यास से पुरानी कब्ज की समस्या ठीक होती है। गैस की दिक्कत में भी आराम मिलता है। नाभि खिसकने की अवस्था में 2-3 मिनट तक इस आसन को करने चाहिए, नाभि अपनी जगह बैठ जाती है। इस आसन के नियमित अभ्यास से रीढ़ की हड्डी और भीतर की मसल्स ताकतवर बनती हैं।
इसे भी पढ़ें : Baba Ramdev Yoga Tips : भुजंगासन से कम होगी बाहर निकली तोंद, Video में देखिए आसन करने का सही तरीका
पाद वृतासन
कमर के बल सीधे लेट जाएं, दोनों पैर आपस में मिले हुए व हथेलियों को जंघाओं के नीचे जमीन पर रख लें। धीरे से बाएं पैर को ऊपर की तरफ उठाएं व पैर को अधिक से अधिक गोलाकार चक्र में घुमाएं अर्थात पैर से बड़े से बड़ा वृत्त बनाने का प्रयास करें। पैरों को एक बार clockwise और anti clockwise 8-10 बार घुमाएं।
कुछ देर रुककर आराम करें, फिर दाएं पैर से उतनी ही बार इस आसन को करें। पैर घुमाने के बाद पैर को नीचे ले आएं और आराम करें। दोनों पैरों से तीन-तीन बार इसका अभ्यास कर लें।
पाद वृतासन के फायदे : पाद वृतासन मोटापा कम करने में काफी अहम रोल होता है। इससे जंघा, नितम्ब, पेट व कमर की मांशपेशियों पर सीधा प्रभाव पड़ता है, जिससे की अनावश्यक चर्बी दूर होने लगती है। यह आसन शरीर को सुडौल बनाने में मदद करता है, पैरों में दर्द, थकान, कमजोरी व वैरिकोज वेन्स से जुड़ी शिकायत को दूर करने वाला है। हृदय व फेफड़ों को भी इस आसन से बहुत ही बल मिलता है।
द्विचक्रिकासन
पीठ के बल लेट कर हाथेलियों को नितंब के नीचे रखें, सांस रोककर एक पैर को पूरा ऊपर उठाकर साइकल चलाने की तरह घुमाएं। इस आसान को 10 की संख्या तक करने से शुरुआत करें। धीरे-धीरे इसे बढाकर यथा शक्ति करे।
इसी प्रकार दूसरे पैर से इस क्रिया को करें। थक जाने पर विश्राम करें। इसी अभ्यास को अगली स्थिति में दोनों पैरों को निरंतर साइकिल की तरह चलाएं। सांस भरकर पैर उसी तरह चलाएं जैसे साईकिल पर बैठकर चलाते हैं। इस आसन में पैरों को सभी स्थितियों में clockwise और anti clockwise साईकिल की तरह चलाएं।
द्विचक्रिकासन के फायदे : मोटापा घटने के लिए यह सर्वोत्तम अभ्यास है। इसका नियमित 5-10 मिनिट अभ्यास करने से बढे़ पेट सुडोल बनता है। इसे करने से कब्ज, मंदाग्नि, अम्लपित्त की निवृति करता है। कमर दर्द हो तो इस आसन को एक-एक पैर से ही करने पर कमर दर्द में लाभ मिलता है।
इसे भी पढ़ें : Health Tips : रोज सुबह ये 7 प्राणायाम करने से दूर रहेगा मोटापा, देखें बाबा रामदेव का Video