भारत में बनी दुनिया की पहली दोबारा प्रयोग वाली पीपीई किट, मिलेगी एन95 मास्क जैसी सुरक्षा
भारत में दुनिया की पहली दोबारा उपयोग की जाने योग्य पीपीई किट तैयार हुई है जो सार्स-कोव-2 वायरस के खिलाफ 99.99 प्रतिशत तक सुरक्षा देती है। निर्माता कंपनी तमिलनाडु की लायल टेक्सटाइल मिल शुक्रवार को इसे...
भारत में दुनिया की पहली दोबारा उपयोग की जाने योग्य पीपीई किट तैयार हुई है जो सार्स-कोव-2 वायरस के खिलाफ 99.99 प्रतिशत तक सुरक्षा देती है। निर्माता कंपनी तमिलनाडु की लायल टेक्सटाइल मिल शुक्रवार को इसे लॉन्च कर दिया।
इस अवसर पर बताया कि रीयूजेबल पीपीई किट ने सभी आवश्यक परीक्षणों को पास करने में सफलता पायी। इसके उत्पादन में निर्माता कंपनी को रिलायंस इंडस्ट्रीज व स्विट्जरलैंड की एक कंपनी का साथ भी मिल गया है।
महामारी से लड़ने के लिए अग्रिम पंक्ति में काम कर रहे लोगों की सुरक्षा में पीपीई किट सबसे मजबूत कवच है। रीयूजेबल पीपीई किट ‘वायरल शील्ड’ ने वायरस परीक्षण, सिंथेटिक ब्लड टेस्ट और एसबीपीआर टेस्ट पास किए। इस पीपीई किट को बनाने में रोगाणुरोधी कपड़ा इस्तेमाल किया गया है जो वायरस या बैक्टीरिया के विकास को रोकता है।
दस बार इस्तेमाल हो सकेगी-
निर्माता कंपनी के चेयरमैन वल्ली एम रामास्वामी का कहना है कि इस पीपीई किट को दस बार धोया जा सकता है और इतनी ही बार स्टेरेलाइज करके दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यह दुनिया की पहली ऐसी पीपीई किट है जिसने वायरल पेनिट्रेशन टेस्ट को पास किया।
एन95 मास्क जैसी सुरक्षा -
रामास्वामी इस मास्क को एन95 मास्क जैसी सुरक्षा देने वाला रीयूजेबल मास्क बताते हैं, इसकी आंतरिक परत वायरसरोधी है।
त्वचा के लिए सुरक्षित -
पीपीई किट में स्विस तकनीक का इस्तेमाल हुआ है, जिससे यह एलर्जी आदि से त्वचा को शत फीसद सुरक्षा देता है। इसके निर्माण में 72 प्रतिशत बायो आधारित सामग्री का इस्तेमाल हुआ।