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नियमित धूप लेने से स्वस्थ्य रहेंगे आप, जानें इसके अनेक फायदे

मौसम चाहे कोई भी हो, सूरज से मिलने वाली धूप का हमारी सेहत के लिए खास महत्व होता है। ठंड में इसका महत्व और बढ़ जाता है, क्योंकि कंपकंपी वाले इस मौसम में इससे शरीर को खास गर्माहट मिलती...

Meenakshiहिन्दुस्तान फीचर टीम,नई दिल्लीSat, 16 Feb 2019 03:54 PM

नियमित धूप लेने के फायदे

नियमित धूप लेने के फायदे1 / 4

मौसम चाहे कोई भी हो, सूरज से मिलने वाली धूप का हमारी सेहत के लिए खास महत्व होता है। ठंड में इसका महत्व और बढ़ जाता है, क्योंकि कंपकंपी वाले इस मौसम में इससे शरीर को खास गर्माहट मिलती है। लेकिन मन में एक सवाल उठता है कि धूप का बेहतर लाभ कैसे पाएं और इसके नुकसान से बचने के लिए क्या करें? ऐसे तमाम सवालों के बारे में बता रहे हैं नरेश तनेजा

सूरज की रोशनी में ऐसे चमत्कारी गुण होते हैं, जिनके कारण शरीर पर विभिन्न प्रकार के संक्रमणों के असर की आशंका कम हो जाती है। धूप के सेवन से शरीर में श्वेत रक्त कणों का पर्याप्त निर्माण होता है, जो रोग पैदा करने वाले कारकों से लड़ने का काम करते हैं और आपको चुस्त-दुरुस्त रखते हैं।

दूर होते हैं रोग

सूर्य की किरणें रोगनिवारक होती हैं, जिनके सेवन से आपका शरीर अनेक तरह के रोगों से सुरक्षित रहता है।

कैंसर से बचाव

सूरज की किरणों में एंटी कैंसर तत्व होने से कैंसर का खतरा टलता है। जिन्हें कैंसर है, उन्हें धूप से बीमारी में आराम महसूस होता है। शोधों से यह बात सामने आई है कि जहां धूप कम समय के लिए होती है या जो लोग धूप में कम समय बिताते हैं, कैंसर की आशंका वहां ज्यादा होती है।

रक्त संचरण सुधरता है

ब्लड सर्कुलेशन सही तरह से काम करे, इसके लिए शरीर में गर्मी या ऊर्जा की जरूरत होती है। गर्मी मिलने से नाड़ियों में सिकुड़न नहीं होती।

ठीक रहता है हाजमा

हाजमे का काम जठराग्नि द्वारा होता है। पर्याप्त मात्रा में सूर्य की गर्मी लेने से जठराग्नि अधिक सक्रिय होती है और भोजन अच्छी तरह से पचता है। 

मिलती है शारीरिक शक्ति

जब खाना अच्छी तरह से पचेगा और शरीर को लगेगा, तो धातुओं के पुष्ट होने से शरीर में ओज का निर्माण होगा और बल व ताकत बनी रहेगी। 

डिप्रेशन भी दूर होता है

उचित मात्रा में धूप नहीं मिलने से शरीर में सेरोटोनिन नामक हार्मोन की मात्रा कम हो जाता है। इससे डिप्रेशन की आशंका बढ़ जाती है। पूरी धूप मिलने से सेरोटोनिन पूरी मात्रा में बनता है और मानसिक स्थिति ठीक रहती है। धूप सेंकने से मूड भी अच्छा होता है, क्योंकि धूप से  सेरोटोनिन व एंडोर्फिन की उचित मात्रा बनती है और ये हार्मोन हैप्पीनेस पैदा करने के अलावा मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक सेहत को चुस्त रखत हैं। यह बॉडी क्लॉक रिद्म को संतुलित रखने में सहायक साबित होती है। धूप सेंकने से नींद की समस्या भी दूर होती है, क्योंकि धूप का सीधा असर हमारे पीनियल ग्लैंड पर होता है। यह ग्लैंड शरीर में मेलाटोनिन नामक हार्मोन बनाता है, जो नींद की गुणवत्ता को तय करता है, सुधारता है।

धूप लेने के फायदे

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मनोवैज्ञानिक-मानसिक समस्याएं

धूप सेंकने से एसएडी यानी सीजनल अफेक्टिव डिसॉर्डर और नींद की अन्य समस्या भी दूर होती है।

कितनी देर बैठें धूप में

सूर्य ऊष्मा का स्रोत है। आयुर्वेद के अनुसार, धूप के संपर्क में अधिक देर तक रहने पर शरीर में पित्त की वृद्धि होने लगती है, जिसे अतियोग कहा जाता है।

धूप से उचित लाभ लेने के लिए सप्ताह में कम-से-कम 3-4 बार सुबह या शाम के समय 20 से 30 मिनट गुनगुनी धूप में बैठना अच्छा माना जाता है।

सुबह का समय स्वाभाविक रूप से कफ बनाने वाला माना जाता है। इसलिए बेहतर हो कि 10 बजे के बाद   धूप में बैठें।

वृद्धावस्था में वात दोष की प्रधानता पाई जाती है व शाम के समय वायु दोष स्वभावत: बढ़ा हुआ रहता है। इसलिए बुजुर्गों को दोपहर के समय धूप का लाभ लेना चाहिए।

सामान्य रंग वाले व्यक्ति 30 मिनट, गोरे रंग वाले 15-20 मिनट व सांवले या काले रंग वाले व्यक्ति 30 मिनट  से अधिक भी धूप सेवन कर सकते हैं।
 

ज्यादा देर धूप में बैठने के नुकसान

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ज्यादा देर धूप में बैठने के नुकसान

लम्बे समय तक धूप में बैठने से पिग्मेंटेशन, स्किन एलर्जी, स्किन कैंसर, दाग-धब्बे, एजिंग इफेक्ट, कालापन, डीहाइड्रेशन, आंखों की परेशानी आदि होने की आशंका बढ़ जाती है।

धूप में अधिक देर रहने से त्वचा के तापमान, त्वचा के रंग, कांति आदि को नियंत्रित करने वाले तत्वों को नुकसान होता है। इससे कील-मुहांसे, अत्यधिक पसीना आना, खुजली, एक्जिमा, वर्ण की विकृति जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

शरीर में त्वचा का रंग तय करने वाले मैलेनिन, हीमोग्लोबिन व केरोटिन आदि कुछ तत्व होते हैं। सूर्य की अधिक रोशनी में लगातार रहने से कुछ लोगों में अल्ट्रावॉयलेट किरणों के प्रभाव से इनका उत्पादन गड़बड़ाने लगता है। इससे कुछ समय बाद त्वचा पर टैनिंग होने का खतरा काफी बढ़ जाता है।

ज्यादा देर धूप में बैठने पर कई लोगों को खासकर पित्त प्रकृति वाले लोगों को सिर दर्द व माइग्रेन की शिकायत हो सकती है।

धूप में ज्यादा बैठने से संवेदनशील त्वचा वालों को सन टैन की समस्या हो सकती है।
 

धूप लेने के फायदे हैं अनेक

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फायदे हैं अनेक

विटामिन-डी मिलता है

विटामिन-डी शरीर में हड्डियों की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस विटामिन का बेहतरीन प्राकृतिक स्रोत सूर्य की रोशनी ही है। शरीर में उचित मात्रा में विटामिन-डी मौजूद होने पर कैल्शियम भी शरीर को लगता है और लाभ देता है।

ठंड दूर होती है

सूरज की तपिश से ठंड से सिकुड़े शरीर को गर्मी मिलती है, जिससे ठंड के कारण आई अंदरूनी समस्या दूर होती है। शरीर की जकड़न दूर होती है

सर्दी के कारण अकड़ गयी हड्डियां और मांसपेशियां धूप की गर्मी से खुल जाती हैं।

नाड़ियों व जोड़ों पर भी इसका असर पड़ता है। यानी सभी शारीरिक गतिविधियां प्राकृतिक अवस्था में रहकर स्वास्थ्य प्रदान करती हैं।

त्वचा की सेहत सुधारे

’धूप सेंकने से सूर्य की किरणों के त्वचा के अंदर जाने से खून साफ होता है और फंगल डिसॉर्डर, एग्जिमा, एक्ने, सोरायसिस और त्वचा संबंधी कई रोग दूर होते हैं।

’सूर्य की किरणें रक्त में मौजूद इम्यून सेल्स को त्वचा की सतह तक ले आती है, जिससे त्वचा को कई तरह के रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है।

’सूर्य की किरणें शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम में विटामिन-डी और टी-सेल्स को दुरुस्त करती हैं, जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।

’रिसर्च में सामने आया है कि त्वचा की ऊपरी परत पर जमा नाइट्रिक ऑक्साइड सूरज की तपिश के साथ मिलकर रिएक्ट करता है, जिससे रक्त नलिकाएं खुल जाती हैं और बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।

’वात और कफ दोषों से उत्पन्न विभिन्न रोगों जैसे-श्वास रोग, हृदय रोग, आमवात, संधिरोग, सफेद दाग, कुष्ठ आदि में भी धूप का सेवन काफी असरदार साबित होता है।

(जीवा आयुर्वेद के डायरेक्टर डॉ. प्रताप चौहान से की गई बातचीत पर आधारित)