अक्सर देखा जाता है कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने से व्यक्ति की फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ने लगता है। ऐसे में शादी के बाद वो युवा जोड़े जो बेबी प्लान करने की सोच रहे होते हैं उनकी मुश्किलें और बढ़ जाती हैं। आमतौर पर शिशु के जन्म को सिर्फ महिला की सेहत से जोड़कर देखा जाता है लेकिन आपको बता दें, शिशु के जन्म के लिए महिला और पुरूष दोनों की अच्छी सेहत जिम्मेदार होती है। आइए आपको बताते हैं बच्चा प्लान करने से पहले आखिर वो कौन सी चीजें हैं जिन्हें होने वाले माता-पिता को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
एक अच्छी डाइट पुरुषों के स्पर्म काउंट और महिलाओं की फर्टिलिटी को बढ़ाने का काम करती है। किसी महिला के अंडे को ऑव्युलेट होने से पहले परिपक्व होने में लगभग सौ दिन लगते हैं। वहीं पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या भी बहुत कुछ खानपान पर ही निर्भर करती है। इसका सीधा मतलब यही है कि होने वाले बच्चे की सेहत कैसी होगी यह माता-पिता बनने से पहले उनकी सेहत पर निर्भर करता है।
फोलिक एसिड को न करें इग्नोर-
फोलिक एसिड एक ओर जहां गर्भ धारण की क्षमता को बढ़ाता है वहीं ये गर्भ के विकास के लिए भी बहुत जरूरी तत्व है। यह शिशु के दिमाग और रीढ़ की हड्डी के विकास में अहम भूमिका निभाता हैं-सोयाबीन, आलू, गेंहू, चुकंदर, केला और ब्रोकली में भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड पाया जाता है।
डाइट में शामिल करें डेयरी प्रोडक्ट-
डेयरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है। ये न केवल फर्टिलिटी को बढ़ाने का काम करते हैं बल्कि हड्डियों को भी मजबूती देने का काम करता है। ऐसी महिलाओं को दूध, दही, अंडे और मछली जैसी फर्टिलिटी बूस्ट करने वाली चीजों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
केला-
केला उस हार्मोन को नियंत्रित करता है जो गर्भधारण करने में मददगार होता है। यह B6 विटामिन की कमी पूरी करता है। क्योंकि इस विटामिन की कमी से स्पर्म तेजी से नहीं बन पाते। इसलिए जरूरी है केला खाएं और इसे दूर करें।
जैतून का तेल-
जैतून का तेल शरीर में इंसुलिन की मात्रा को सही रखता है और जलन-सूजन कम करता है। ये दोनों ही चीजें मर्दानगी के लिए जरूरी हैं इसलिए इस तेल का इस्तेमाल करें।
विटामिन सी से भरपूर आहार-
आमतौर पर माना जाता है कि विटामिन सी के सेवन से सिर्फ संक्रमण से सुरक्षा मिलती है लेकिन विटामिन सी आयरन को सोखने का काम करता है। संतरा, मौसमी, टमाटर और आंवला खाने से विटामिन सी की जरूरत पूरी हो जाती है।