अल्जाइमर के खतरे को कम करती है एस्पिरिन, रिसर्च में आया सामने
अल्जाइमर की बीमारी के खतरे को कम करने के लिए एस्पिरिन काफी मददगार साबित हो सकती है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में यह सामने आया है कि एस्पिरिन की लो डोज खतरनाक अल्जाइमर बीमारी की शुरुआती असर को दूर...
अल्जाइमर की बीमारी के खतरे को कम करने के लिए एस्पिरिन काफी मददगार साबित हो सकती है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में यह सामने आया है कि एस्पिरिन की लो डोज खतरनाक अल्जाइमर बीमारी की शुरुआती असर को दूर करने में मददगार साबित होती है।
'सोसाइटी फॉर न्यूरोसाइंस' ने एक अध्ययन किया है जिसमें पाया गया है कि दिमाग से कचरे को हटाने के लिए जिम्मेदार सेलुलर मशीनरी को सक्रिय करना बीमारी को कम करने की ठोस रणनीति है। इस रिसर्च में यह भी सामने आया है कि एस्पिरिन दर्द को दूर करने के अलावा कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों के इलाज के लिए फायदेमंद होती है।
अध्ययन को जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस में प्रकाशित किया गया है। स्टडी के वरिष्ठ लेखक कलिपाड़ा पहन ने कहा कि हमारे अध्ययन के नतीजे दुनिया में सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल होने वाली दवा की संभावित नई भूमिका की पहचान करते हैं।
इस अध्ययन में और भी कई जानकारियां सामने आई हैं। एक जानकारी मिली है कि बढ़ती उम्र के साथ सुगर और फैट वाले आहार को लेने से तनाव और सूजन में बढ़ोतरी हो सकती है।
वहीं, अन्य अध्ययनों से यह भी पता चला है कि मध्यम आयु के दौरान होने वाले मोटापे से अल्जाइमर की शुरुआत हो सकती है। मालूम हो कि इसे डिमेंशिया का सबसे आम रूप माना जाता है।