नौ करोड़ लोगों ने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड किया
मंत्रियों के समूह (जीओएम) को मंगलवार को जानकारी दी गई कि घरेलू उद्योगों की उत्पादन क्षमता में वृद्धि हुई है। अब देश में प्रतिदिन लगभग ढाई लाख निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और दो लाख एन-95 मास्क बनाए जा...
मंत्रियों के समूह (जीओएम) को मंगलवार को जानकारी दी गई कि घरेलू उद्योगों की उत्पादन क्षमता में वृद्धि हुई है। अब देश में प्रतिदिन लगभग ढाई लाख निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और दो लाख एन-95 मास्क बनाए जा सकते हैं। निकट भविष्य में कोविड-19 महामारी की चुनौती से निपटने के लिए इसे पर्याप्त बताया जा रहा है। इसके साथ ही मंत्री समूह को बताया गया कि चार मई तक करीब नौ करोड़ लोगों ने आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की अध्यक्षता में जीओएम की मंगलवार को 14वीं बैठक में मंत्री समूह ने आरोग्य सेतु एप्लीकेशन के प्रदर्शन, असर और लाभों से जुड़े विभिन्न आयामों पर चर्चा की। मंत्री समूह को बताया गया कि आरोग्य सेतु एप को अनिवार्य कर दिया गया ताकि सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी इसका इस्तेमाल कोविड-19 महामारी से लड़ने के प्रयास करने के लिए करें।
बैठक के दौरान आरोग्य सेतु एप के प्रदर्शन, प्रभाव और लाभ से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की गई। सरकार ने बुधवार को कहा कि एक हैकर द्वारा संभावित सुरक्षा मुद्दे पर चिंता जताए जाने के बाद आरोग्य सेतु में कोई डेटा या सुरक्षा उल्लंघन चिन्हित नहीं हुआ है। इसकी विपक्षी कांग्रेस नेताओं ने आलोचना की थी।
उपकरणों की गुणवत्ता पर बल
बैठक में पीपीई, मास्क, वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों की गुणवत्ता और नियंत्रण प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। बैठक में कोविड-19 के लिए खासतौर पर अस्पताल बनाने के वास्ते पर्याप्त संसाधन जुटाने समेत राज्यों की क्षमता को मजबूत करने, चिकित्सा संस्थानों को पीपीई, वेंटिलेटर तथा अन्य आवश्यक उपकरणों से लैस करने पर भी चर्चा की गई। मंत्री समूह को यह भी बताया गया कि कोविड-19 मरीजों की मृत्यु दर करीब 3.2 प्रतिशत जबकि स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 25 प्रतिशत से अधिक है जिसे देशव्यापी लॉकडाउन के सकारात्मक प्रभाव के तौर पर देखा जा सकता है। अधिकार प्राप्त समूह के अध्यक्ष केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने मंत्री समूह को बताया कि वे वैश्विक महामारी से निपटने के लिए अब तक उठाए गए कदमों से सामने आए रणनीतिक मुद्दों की निगरानी कर रहे हैं।